जयपुर. राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच आखिर आज वह दिन आ ही गया, जब राजस्थान विधानसभा में बहुमत किसके पास है यह बताने के लिए खुद राजस्थान की सरकार ने ही विधानसभा में विश्वास मत प्रस्तुत किया. इस चर्चा की शुरुआत संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने करते हुए कहा कि प्रदेश में जब चुनाव हुए तो एक तरफ गांधीवादी चेहरा था, तो दूसरी तरफ एक अहंकारी चेहरा था.
राजस्थान की जनता के लिए सरकार पहले दिन से काम में जुट गई है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार करोड़ों का कर्जा छोड़ कर चली गई, लाखों किसानों को अगर किसी ने राहत दी तो वह गहलोत सरकार ने दी. कोरोना को नियंत्रण में रखने के लिए राजस्थान की तारीफ हुई. इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने पहली बार यह वादा किया कि कोई भी भूखा नहीं सोएगा और यह वादा आज भी निभाया जा रहा है.
'भाजपा का यह है मूल मंत्र'
धारीवाल ने ने कहा कि केंद्र के इशारे पर मध्य प्रदेश, मणिपुर, गोवा, मेघालय, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और संवैधानिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को खरीद-फरोख्त की राजनीति से गिराया गया. भाजपा का मूल मंत्र है अंबानी और अडानी का चंदा और खरीद-फरोख्त का गोरखधंधा. उन्होंने कहा कि प्रजातांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को धन बल और सत्ता के दम पर भाजपा उखाड़ कर फेंक रही है. इस बात के बाद सदन में हंगामा हुआ और भाजपा विधायकों ने पूछा कि पहले यह बताएं कि बसपा के विधायकों को कितने करोड़ रुपए में खरीदा गया था.
'अंबानी और अडानी से ले लो, जनता की संपत्ति मत बेचो'
शांति धारीवाल ने कहा कि अंबानी और अडानी से ले लो, लेकिन जनता की संपत्ति को तो मत बेचो. भाजपा यह बताएं कि दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर बीजेपी ने जो अपना आलीशान दफ्तर बनाया, वहां से 500 करोड़ रुपए विधायकों की खरीद-फरोख्त के नाम से निकला था. धारीवाल ने कहा कि राजस्थान की जनता एक-एक रुपए का हिसाब मांगेगी, आज नहीं मांगेगी, कल मांगेगी, लेकिन मांगेगी जरूर.
धारीवाल ने अपने वक्तव्य में अकबर का नाम लेते हुए कहा कि अकबर ने पूरे भारत में साम्राज्य स्थापित करने की मुहिम चलाई. वह पूरे भारत को जीतते हुए 1576 में मेवाड़ पहुंचा तो महाराणा प्रताप ने उन्हें नाकों चने चबा दिए. इसी तरह यह षड्यंत्र रच कर केंद्र सरकार ने गोवा, कर्नाटक और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकारों को गिराते हुए जब राजस्थान पहुंची तो यहां के रणबांकुरे ने और वीर सपूतों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में इन्हें छठी का दूध याद दिला दिया.
'संवैधानिक संस्थाओं को किया तहस-नहस'
मंत्री ने कहा कि ईडी, इनकम टैक्स सब का दुरुपयोग किया गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई और सीआरपीएफ कुछ भी ले आए, लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि चुन-चुन कर संवैधानिक संस्थाओं को जिस तरीके से तहस-नहस किया गया, इसके बाद से अदालत के फैसले पर भी जनता को भरोसा कम होता जा रहा है.
धारीवाल ने कहा कि भाजपा की तिकड़ी मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रही है. इस दौरान उन्होंने बातों ही बातों में बिना नाम लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर कमेंट करते हुए कहा कि संजीवनी बूटी खाकर इथोपिया में हजारों एकड़ जमीन खरीद कर नए-नए नेता मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधायकों को लाखों करोड़ों का प्रलोभन देकर दलबदल करवाने का प्रयास किया, जो भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है.
'किसानों के जगह विधायकों के मिनिमम सपोर्ट प्राइस बना दिए'
मंत्री शांति धारीवाल ने किसानों की मिनिमम सपोर्ट प्राइस की मांग को लेकर कहा कि किसान की सिर्फ एक मांग थी कि उसे केवल मिनिमम सपोर्ट प्राइस बनवाना था, लेकिन हुआ यह कि छोटा भाई और मोटा भाई ने विधायकों के मिनिमम सपोर्ट प्राइस बना दिए. विधायकों ने जब यह देखा कि हमारा मिनिमम सपोर्ट प्राइस कितना है तो विधायकों ने हाथ जोड़ लिए कि इतनी बड़ी रकम हम कहां रखेंगे. घर पर पत्नी से पूछा तो पत्नियां बोली कि इतनी रकम आएगी तो बच्चे बिगड़ जाएंगे.
देश में नया शब्द बन गया है- मोदी ऑपरेंडी
धारीवाल ने कहा कि अंग्रेजी में एक शब्द होता है मॉडस ऑपरेंडी, लेकिन अब देश में नया शब्द बन गया है और वो है मोदी ऑपरेंडी. धारीवाल ने कहा कि हमारी एकता को बाड़ेबंदी बता रहे हैं तो गुजरात में भाजपा ने जो विधायक भेजे थे वह क्या रासलीला करने गए थे या डांडिया खेलने भेजे थे. भाजपा को लेकर उन्होंने कहा कि ये वे लोग हैं जो आधी रात को राष्ट्रपति को जगाते हैं, जैसे राष्ट्रपति को रबड़ स्टाम्प समझा हो.
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में उपचुनाव हुए और नगर निकाय के चुनाव हुए, उसमें जनता ने कांग्रेस को जीताया. उन्होंने सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ की ओर इशारा करते हुए कहा कि दोयम दर्जे के लोगों को जिम्मेदारी दी, इसके बाद नतीजा देख लीजिए क्या हुआ.
'राजस्थान में भाजपा ओछी राजनीति नहीं करें'
धारीवाल ने कहा कि छोटा भाई और मोटा भाई जो केंद्र में सत्ता में बैठे हैं, उनके इशारों पर ओछी राजनीति प्रदेश भाजपा नहीं करें क्योंकि ओछी राजनीति इस प्रदेश में कभी होती नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कॉन्फिडेंस था, जिसके चलते एक भी पंछी को भाजपा नहीं उठा पाई और आज भारी बहुमत के साथ अशोक गहलोत गर्व से सीना तान कर खड़े हुए हैं.