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Minister Shanti Dhariwal: प्रदेश के 143 शहरों में राशि 1000 करोड़ खर्च करके एफएसटीपी लगाये जायेंगे- मंत्री शांति धारीवाल - FSTP will be set up in 143 cities

प्रदेश के 143 शहरों में 1000 करोड़ रुपए की लागत (FSTP will be set up in 143 cities) से एफएसटीपी लगाए जाएंगे.

FSTP will be set up in 143 cities
143 शहरों में राशि 1000 करोड़ खर्च करके एफएसटीपी लगाये जायेंगे
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Published : Apr 28, 2022, 8:21 PM IST

जयपुर. प्रदेश के 143 शहरों में 1000 करोड़ रुपए की लागत से एफएसटीपी (फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट ) लगाए जाएंगे. इन एफएसटीपी के लगने से प्रदेश के समस्त शहरों में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की सुविधा (FSTP will be set up in 143 cities) उपलब्ध हो सकेगी. पूर्व में प्रदेश के 70 शहरों में विभिन्न योजनाओं और आरयूआईडीपी के माध्यम से सीवरेज ट्रीटमेंट की सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है. नगरीय विकास, स्वायत्त शासन एवं आवासन विभाग मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में उनके निवास पर गुरुवार को को बैठक हुई. बैठक में विभाग के तकनीकी अधिकारियों की ओर से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की आधुनिक तकनीक पर प्रस्तुतीकरण दिया गया.

मंत्री शांति धारीवाल के (Minister Shanti Dhariwal) मुताबिक मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2021-22 और 2022-23 के क्रम में प्रदेश के 143 शहरों में राशि 1000 करोड़ रुपये व्यय कर निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग और आरयूआईडीपी की (FSTP will be set up in 143 cities) ओर से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) लगाये जाएंगे.

पढ़ें: Law minister shanti dhariwal: हाईकोर्ट बेंच की मांग पर बोले मंत्री धारीवाल, राज्य सरकार असक्षम है...कुछ नहीं कर सकते, चीफ जस्टिस कर चुके रिजेक्ट

एफएसटीपी में आधुनिक स्वःचलित मशीनों का उपयोग किया जाएगा. सम्पूर्ण ट्रीटमेंट प्लांटों में पर्यावरण सुरक्षा में सुधार की दृष्टि से सभी गतिविधियां आधुनिक शेड के अन्दर रखी जाएंगी. सभी ट्रीटमेंट प्लांट संबंधित शहरों की आगामी 30 वर्ष की आवश्यकता को पूर्ण करेंगे. योजना में ट्रीटमेंट प्लांट के 10 वर्षीय रखरखाव का प्रावधान भी किया गया है. ट्रीटमेंट प्लांट से उपचारित जल का उपयोग ट्रीटमेंट प्लांट परिसर के उद्यानिकी कार्यो मे किया जाएगा. ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले ठोस अपशिष्ट को पायरोलिसिस पद्धति से उपचारित कर बायोचार का उपयोग खाद के रूप में किया जाएगा. प्लांट में विद्युत व्यय को कम करने के लिए सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे. सभी ट्रीटमेंट प्लांटों में निर्धारित मानकों की ऑनलाईन मॉनिटरिंग भी की जाएगी.

मंत्री शांति धारीवाल (Minister Shanti Dhariwal ) ने बताया कि सभी एफएसटीपी चालू वित्तीय वर्ष में लगाए जाएंगे. उन्होनें अधिकारियों को निर्देश दिए कि एफएसटीपी के लिए भूमि चिह्निकरण का कार्य और निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करते हुए कार्य प्रारम्भ किया जाए.

जयपुर. प्रदेश के 143 शहरों में 1000 करोड़ रुपए की लागत से एफएसटीपी (फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट ) लगाए जाएंगे. इन एफएसटीपी के लगने से प्रदेश के समस्त शहरों में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की सुविधा (FSTP will be set up in 143 cities) उपलब्ध हो सकेगी. पूर्व में प्रदेश के 70 शहरों में विभिन्न योजनाओं और आरयूआईडीपी के माध्यम से सीवरेज ट्रीटमेंट की सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है. नगरीय विकास, स्वायत्त शासन एवं आवासन विभाग मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में उनके निवास पर गुरुवार को को बैठक हुई. बैठक में विभाग के तकनीकी अधिकारियों की ओर से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की आधुनिक तकनीक पर प्रस्तुतीकरण दिया गया.

मंत्री शांति धारीवाल के (Minister Shanti Dhariwal) मुताबिक मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2021-22 और 2022-23 के क्रम में प्रदेश के 143 शहरों में राशि 1000 करोड़ रुपये व्यय कर निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग और आरयूआईडीपी की (FSTP will be set up in 143 cities) ओर से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) लगाये जाएंगे.

पढ़ें: Law minister shanti dhariwal: हाईकोर्ट बेंच की मांग पर बोले मंत्री धारीवाल, राज्य सरकार असक्षम है...कुछ नहीं कर सकते, चीफ जस्टिस कर चुके रिजेक्ट

एफएसटीपी में आधुनिक स्वःचलित मशीनों का उपयोग किया जाएगा. सम्पूर्ण ट्रीटमेंट प्लांटों में पर्यावरण सुरक्षा में सुधार की दृष्टि से सभी गतिविधियां आधुनिक शेड के अन्दर रखी जाएंगी. सभी ट्रीटमेंट प्लांट संबंधित शहरों की आगामी 30 वर्ष की आवश्यकता को पूर्ण करेंगे. योजना में ट्रीटमेंट प्लांट के 10 वर्षीय रखरखाव का प्रावधान भी किया गया है. ट्रीटमेंट प्लांट से उपचारित जल का उपयोग ट्रीटमेंट प्लांट परिसर के उद्यानिकी कार्यो मे किया जाएगा. ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले ठोस अपशिष्ट को पायरोलिसिस पद्धति से उपचारित कर बायोचार का उपयोग खाद के रूप में किया जाएगा. प्लांट में विद्युत व्यय को कम करने के लिए सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे. सभी ट्रीटमेंट प्लांटों में निर्धारित मानकों की ऑनलाईन मॉनिटरिंग भी की जाएगी.

मंत्री शांति धारीवाल (Minister Shanti Dhariwal ) ने बताया कि सभी एफएसटीपी चालू वित्तीय वर्ष में लगाए जाएंगे. उन्होनें अधिकारियों को निर्देश दिए कि एफएसटीपी के लिए भूमि चिह्निकरण का कार्य और निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करते हुए कार्य प्रारम्भ किया जाए.

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