जयपुर. उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर प्रदेश में चल रही सियासत कम नहीं हो रही है. एक तरफ जहां कांग्रेस और बीजेपी उदयपुर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर इसका पॉलिटिकल माइलेज लेने की कोशिश कर रही हैं. वहीं, इस बीच खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पूरे मामले को लेकर (Khachariyawas Targets BJP) बीजेपी को निशाने पर लिया है. खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की वजह से उदयपुर की घटना हुई है. कोर्ट के आदेश के बाद भी आखिर वह माफी क्यों नहीं मांग रही हैं और बीजेपी इस घटना में सिर्फ और सिर्फ षड्यंत्र रचने का काम कर रही है.
खाचरियावास ने आरोप लगाते हुए कहा कि उदयपुर में जो घटना हुई है, वह घटना बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के बाद हुई है. कोर्ट भी अब इस बात को मान चुका है. उसने नूपुर शर्मा को माफी के लिए कहा है, लेकिन बावजूद इसके नूपुर शर्मा अभी तक माफी नहीं मांग रही हैं. इससे भी बड़ी बात यह है कि बीजेपी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है. खाचरियावास ने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ षड्यंत्र रच सकती है. जो घटनाएं देश में हो रही हैं उन सबके लिए बीजेपी जिम्मेदार है. बीजेपी के षड्यंत्र का हिस्सा है. ये अपनी राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रही है. लेकिन बीजेपी के नेताओं को समझना चाहिए कि देश राजनीति से ऊपर होता है.
टूरिज्म स्पॉट दिया हैः प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कन्हैयालाल के घर को एक टूरिज्म स्पॉट बना दिया है. इसमें अब होड़ मची हुई है कि कौन अपनी राजनीति चमकाने के लिए कन्हैयालाल के घर जाए. इन लोगों की घटना के प्रति गम्भीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब कन्हैयालाल का परिवार गम में था, तब ये हैदराबाद में एक होकर जश्न मना रहे थे. आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, लेकिन उस दिन जब उदयपुर सहित पूरा देश इस घटना को लेकर गमगीन था और बीजेपी के नेता फाइव स्टार होटल बैठकर पार्टी कर रहे थे.
गुलाबचंद कटारिया कहां थे उस दिन ?: खाचरियावास ने कहा कि गुलाबचन्द कटारिया स्थानीय हैं और नेता प्रतिपक्ष हैं. उनकी जिम्मेदारी थी कि वे इस माहौल में उदयपुर में रुकते और स्थिति को काबू में रखने में सरकार की मदद करते. लेकिन 28 जून की घटना के अगले दिन ही वो हैदराबाद चले गए. वहीं, अब तो कन्हैयालाल के घर वसुंधरा राजे, गजेन्द्र सिंह शेखावत समेत तमाम नेताओं में उनके घर जाने की होड़ मची है, क्योंकि राजनीति चमकानी है. लेकिन जब उनके परिवार का गम बांटना था, तब सब कहां थे ?.
सर्वदलीय बैठक में बीजेपी अध्यक्ष क्यों नहीं गए ?: प्रताप सिंह ने कहा कि सीएम ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. जिससे स्थिति पर चर्चा हो सके और राजस्थान में शांति बहाली की जा सके. लेकिन ना तो नेता प्रतिपक्ष, ना उप-नेता प्रतिपक्ष, ना ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष उस बैठक में आए. दो जूनियर नेताओं को भेजकर एक औपचारिकता मात्र कर ली.
सीएम जोधपुर दौरा छोड़कर आएः खाचरियावास ने कहा कि सीएम अपना जोधपुर का दौरा छोड़कर वापस आए और पीड़ित के घर पहुंचे. पूरी सरकार सीएम के साथ वहां गई, पर भाजपा का कोई नेता वहां दिखाई नहीं दिया. 28 जून को घटना हुई. राजस्थान भाजपा के नेता बताएं कि इस घटना के बाद वो सब कहां गायब थे?. आरोप लगाया कि जब पूरा राजस्थान दुखी था, गम में था, तब ये हैदराबाद के फाइव स्टार होटलों में मजे कर रहे थे. इनकी खिलखिलाते, जश्न मनाते हुए तस्वीरें सामने आ रही थी. अब ये पॉलिटिकल टूरिस्ट बन कर उदयपुर जा रहे हैं और अनर्गल बातें कर रहे हैं. राजस्थान की जनता याद रखेगी कि जब प्रदेश दुःख में था, तब भाजपा के नेता फाइव स्टार होटलों में आनंद उठा रहे थे.
मैं भी उदयपुर का प्रभारी रहा, मेरे तो फोटो नहींः प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं भी उदयपुर का प्रभारी रहा हूं, लेकिन मेरे साथ तो किसी भी इस तरह के आतंकियों ने फोटो नहीं खिंचवाई. आज बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि हम राजनेता हैं. हमारे साथ कोई भी फोटो खिंचवा लेता है. बीजेपी के नेता झूठ बोलते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उदयपुर की घटना के जो आरोपी हैं, वह बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं. अब जब बीजेपी का नकाब सबके सामने खुल चुका है तो वह इस तरह की बयानबाजी करके अपना बचाव करना चाहते हैं. खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी अब चाहे कितना ही बचाव कर ले, लेकिन सच दुनिया के सामने आ चुका है. किस तरह से बीजेपी देश में जाति के नाम पर षड्यंत्र रच के और लोगों को भड़का रही है. इस बात को सब देख रहे हैं.
पीएम और गृहमंत्री देश के नाम संदेश देंः खाचरियावास ने कहा कि जब पूरा देश (Congress Alleged BJP) इस समय हिंसा के माहौल में झुलस रहा है. ऐसे में देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्यों नहीं सामने आकर देश की जनता से अपील करते हैं कि वह शांति बनाए रखें. देश के प्रधानमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह देश की आम आवाम को एक धागे में पिरोएं. आज इस समय पूरा देश सुनना चाहता है कि देश के प्रधानमंत्री शांति संदेश दें. लेकिन न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक शब्द बोल रहे हैं और ना ही गृहमंत्री अमित शाह. खाचरियावास ने आरोप लगाया कि यह सब घटनाएं साफ बताती हैं कि बीजेपी नहीं चाहती कि देश में अमन और शांति बनी रहे. खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी डबल स्टैंडर्ड रखना बंद करे.