जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को गोवंश में फैले लंपी स्किन डिजीज को (Lumpy reported in Buffalos) लेकर हुई चर्चा के दौरान पशुपालन मंत्री ने जो जवाब दिया है, उसने सभी की चिंता बढ़ा दी है. विधानसभा में जवाब देते हुए पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि लंपी स्किन डिजीज का प्रभाव गायों के साथ अब भैंस में भी देखने को मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि इससे भी चिंताजनक बता यह है कि जिस तरह से कोरोना बीमारी के समय वैरिएंट का समय के साथ बदलाव हुआ, उसी तरह से लंपी स्किन डिजीज में भी मौसम के साथ वैरिएंट में बदलाव हो रहा है.
बता दें कि विधानसभा में गोवंश में फैले लंपी रोग को लेकर चर्चा हुई. जिसमें नेता (Minister Lalchand Kataria in Vidhan sabha) प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया समेत कुल 24 विधायकों ने हिस्सा लिया. इसके बाद जवाब देते हुए मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि जिस तरह से कोरोना ने प्रभावित किया था, उसी तरह से गोवंश में लंपी अपना प्रभाव डाल रहा है. विधानसभा में बोलते हुए लालचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान में 1 करोड़ 40 लाख गोवंश हैं. अब तक यह वायरस केवल गायों में ही था, लेकिन हरियाणा से आई सूचना के बाद राजस्थान में भी भैंसों के सैंपल भेजे गए.
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यह चिंताजनक बात निकल कर आई है कि राजस्थान में भैंस और हिरण में भी इस रोग को देखा गया है. इसकी जानकारी केंद्र सरकार को भेज दी गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि मौसम के साथ ही इस रोग के वैरिएंट में बदलाव आ रहा है, ऐसे में अगर यह वायरस अपना स्वरूप बदलता है तो फिर हमें आने वाले समय में पशुधन के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना होगा.
बारिश भी लंपी के फैलाव का एक कारणः मंत्री लालचंद कटारिया ने विधानसभा में कहा कि लंपी (Variant of Lumpy reported in Rajasthan) स्किन डिजीज के फैलने का एक प्रमुख कारण राजस्थान में इस बार हुई भारी बारिश भी है. मौसम के साथ यह रोग कम हो सकता है. मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि विधायकों ने तो इस रोग से बचाव के लिए बेहतरीन काम किया है. लेकिन गौ रक्षकों और गायों से जुड़ी संस्थाओं ने भी अच्छा काम किया है. ऐसे में विभाग की ओर से एक चार्ट तैयार किया जा रहा है कि जो बेहतरीन काम कर रहा है. उसे सरकार की ओर से सम्मानित भी किया जाए.
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कंपनी ने मना किया लेकिन भारत सरकार ने दिलवाई गोट पॉक्स वैक्सीनः इस दौरान मंत्री लालचंद कटारिया ने लंपी स्किन डिजीज से बचाव के लिए केंद्र सरकार की ओर से मिली सहायता का भी जिक्र (Vaccines for Lumpy) किया. उन्होंने कहा की गोट पॉक्स बनाने वाली कंपनी ने राजस्थान को वैक्सीन देने से मना कर दिया था. लेकिन भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री ने कंपनी से बात कर हमें 60 लाख गोट पॉक्स वैक्सीन के लिए सहमति दिलवाई. लेकिन इसके साथ ही कटारिया ने यह भी कहा कि इस वैक्सीन के लिए पूरा पैसा राजस्थान सरकार दे रही है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से राजस्थान को एंबुलेंस लेने के लिए पैसे मिले हैं, जिससे 500 एंबुलेंस का टेंडर किया जाएगा.
विधायकों ने पैसा दिया और कलेक्टर ने इस्तेमाल नहीं कियाः मंत्री कटारिया ने कहा कि इस मामले में जो भी सुझाव विपक्ष की ओर से मिलेंगे ,वह सरकार अपनाएगी. उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमें काम करने की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने 30 करोड़ रुपए शुरू में दे दिए और लगातार इसे लेकर नजर भी बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह इस बात से दुखी हैं कि विधायकों ने जो पैसा दिया, उसका कलेक्टर ने इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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साथ ही कटारिया ने भर्तियों और बीमा को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि जो विधायक अपने विधायक कोष से गोवंश के लिए एंबुलेंस खरीद कर देना चाहते हैं, उसे लेकर भी मैंने फाइनेंस विभाग से बात की है. फाइनेंस विभाग ने भी हमें आश्वस्त किया है कि जल्द ही मुख्यमंत्री से इसकी सहमति ले ली जाएगी और विधायक अपने स्तर पर एंबुलेंस दे सकेंगे. इस दौरान लालचंद कटारिया ने भाजपा विधायक सुरेश रावत पर भी तंज कसा और कहा कि जो गाय आप लेकर आए थे वह देसी गाय नहीं थी. हमें पता नहीं कि क्या कारण है कि वह गाय विधानसभा तक तो आई और उसके बाद बिदक गई.