जयपुर. राजस्थान में दुष्कर्म के मामलों के चलते सवालों में आई गहलोत सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही हैं. पहले अलवर और फिर उदयपुर के आदिवासी इलाकों में आए मामलों के बाद अब भीलवाड़ा जिले में भी मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. भीलवाड़ा में 18 वर्षीय मूक बधिर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म (gang rape with deaf girl in Bhilwara) का मामला सामने आया है, जिसके साथ में ज्यादती का मामला उसके 2 महीने से गर्भवती होने के बाद चला है.
इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब भाजपा को राजस्थान की गहलोत सरकार के खिलाफ (BJP Targets Gehlot Government) बोलने के लिए एक मुद्दा और दे दिया है. इधर, विपक्ष सत्ताधारी दल कांग्रेस के ऊपर हमला कर रहा है तो दूसरी ओर राजस्थान के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस मामले में सरकार का बचाव ( Khachariyawas Defended Gehlot Government) करते हुए कहा है कि भाजपा दुष्कर्म जैसे मामलों पर राजनीति करना बंद करे.
गहलोत के मंत्री ने कहा कि राजस्थान में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा और बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म जैसे अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को ठोक कर मारेंगे. मंत्री प्रताप सिंह ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि एक भी अपराधी जो मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम देगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा और एक-एक को चुनकर जेल में डाला जाएगा. भले ही मंत्री अपनी सरकार का बचाव करते हुए दिखाई दें, लेकिन हकीकत यह है कि राजस्थान में एक के बाद एक रोजाना कोई मामला ऐसा सामने आता है, जिससे प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होते हैं.
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अब भले ही सरकार अलवर मामले को सीबीआई को सुपुर्द कर ((CBI probe in Alwar Case) अपना बचाव करना चाहती हो, लेकिन हकीकत यह है कि अलवर के बाद उदयपुर के आदिवासी (Gang rape with married woman in Udaipur) इलाकों में सामूहिक दुष्कर्म के मामले और अब भीलवाड़ा में मूक बधिर युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म ने गहलोत सरकार को फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया है.