जयपुर. महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालयों और सरकारी हिंदी माध्यम विद्यालयों की अलग-अलग ड्रेस (Uniform for hindi and english medium schools in Rajasthan) के फैसले से नाखुश सरकार के मंत्री ही सवाल उठा रहे हैं. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सरकार के इस फैसले को गलत बताते हुए इसका विरोध किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस विषय में संबंधित मंत्री से बात की जाएगी. फिर भी वे नहीं सुनते तो मुख्यमंत्री से बात करेंगे.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों की यूनिफार्म का कलर एक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भले ही हिंदी और इंग्लिश स्कूलों के बैच अलग-अलग कर दिया गए लेकिन ड्रेस का कलर अलग-अलग किया गया तो इससे बच्चों में हीनता की भावना पैदा होगी. अगर शिक्षा विभाग ऐसा कर रहा है तो शिक्षा मंत्री से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदी मीडियम ओर इंग्लिश मीडियम के ड्रेस का कलर अलग करना शिक्षा विभाग को अधिकार नहीं है.
उन्होंने प्राइवेट और सरकारी स्कूल में समान ड्रेस की वकालत करते हुए कहा कि अगर सरकारी स्कूलों में ही अलग-अलग ड्रेस होगी तो इससे गलत कुछ हो नहीं सकता. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि अगर हमारा मंत्री ही ऐसा कर रहा है, तो हम उस मंत्री से बात भी करेंगे. अगर मंत्री नहीं मानेंगे तो इस मामले में मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे. सरकार का ये निर्णय को गलत है और इस निर्णय के खिलाफ मैं अड़ा रहूंगा.