जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शुक्रवार को भी प्रदेश में 15,338 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं. इसी बीच ऑक्सीजन और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को लेकर राज्य सरकार लगातार केंद्र पर हमलावर है. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी शुक्रवार को केंद्र की नीतियों पर सवाल उठाया.
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डोटासरा ने कहा कि अब तक यह देखा गया कि राज्य एक दूसरे की मदद करते रहते थे और कोऑर्डिनेशन में भी रहते थे, लेकिन पहली बार ऐसी व्यवस्था हो रही है और इस विपदा में राज्यों को केंद्र राजनीतिक चश्मे से देख रहा है. डोटासरा ने कहा कि गुजरात में चाहे जितनी ऑक्सीजन ली जा सकती है चाहे जितने इंजेक्शन लिए जा सकते हैं, वहां से जरूरत पड़े तो भाजपा के मुख्यालय में महाराष्ट्र में और मध्य प्रदेश में जहां भाजपा की सरकार है वहां भी भिजवाया जा सकता है. लेकिन, राजस्थान का नंबर लास्ट में आ रहा है.
उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है जबकि 25 में से 25 सांसद राजस्थान में भाजपा के हैं. उसके बाद भी यह सांसद प्रधानमंत्री मोदी के सामने नहीं बोल पा रहे हैं और यह नहीं कह पा रहे कि जनता ने हमें वोट दिया था और वह दिक्कत में है. डोटासरा ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में मैंने खुद कहा था कि हॉस्पिटल में क्या व्यवस्था हो और इसके लिए नोडल ऑफिसर बनाया जाए.
डोटासरा ने कहा कि सीकर में कोई कमी नहीं हो, बीकानेर का प्रभारी हूं वहां पर कमी नहीं हो. अगर हम हमारे मुख्यमंत्री को नहीं कहे तो किसको कहें, लेकिन भाजपा सांसदों में इतना दम नहीं है कि 25 में से 1 सांसद ही कह दे कि क्या-क्या हो रहा है? राजस्थान में साथ यह व्यवहार क्यों हो रहा है?
उन्होंने कहा कि यही हाल रहा तो जनता आने वाले समय में इनको क्षेत्र में घुसने नहीं देगी. उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि आपके लिए सब राज्य बराबर हैं, आप देश के राजा हो और 130 करोड़ जनता आपकी प्रजा है. आप केवल यह नहीं समझे कि गुजरात में आपकी सरकार है. आज जो स्थितियां बन रही है उसके बाद 25 सांसदों ने मौन धारण किया है. यह राजनीति का समय नहीं है बल्कि यह हमारा धर्म कहता है कि हमारी प्रजा को बचाने के लिए राजस्थान की जनता की जान को बचाने के लिए हमें किसी भी हद पर जाना पड़े लेकिन हम जाएं.
उन्होंने कहा कि हालात ये है कि अगर राजस्थान के मुख्य सचिव जब केंद्र से बात करते हैं कि जब हमारे पास ऑक्सीजन नहीं है तो वह आपको देनी होगी तो कैबिनेट सेक्रेटरी मुख्य सचिव को धमकाते हैं.