जयपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर एक विवादित बयान दिया है. बेनीवाल के इस विवादित बयान पर उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि किसी भी नेता के लिए इस तरीके का बयान देना सही नहीं है.
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां सभी धर्मों को समानता का अधिकार दिया गया है. उन्होंने कहा कि धर्म की राजनीति करना और इस तरीके के बयान देना किसी भी नेता के लिए सही नहीं है. वह भी गांधीवादी मुख्यमंत्री के लिए ऐसा बयान सही नहीं है.
भाटी ने कहा कि राजधानी जयपुर में जो शांति मार्च निकाला गया वह नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ न केवल कांग्रेस बल्कि सर्वदलीय मार्च था. उन्होंने कहा कि जो बयान हनुमान बेनीवाल ने दिया वह सही नहीं है. भाटी ने कहा कि कांग्रेस कभी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करती है, वह देश को जोड़ने का काम करती है.
दरअसल, सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि अगर वो मुसलमानों की इतनी ही चिंता करते हैं तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर किसी प्रांत का मुख्यमंत्री बन जाना चाहिए या फिर उन्हें पाकिस्तान का राष्ट्रपति बन जाना चाहिए.