जयपुर. उत्तर प्रदेश में जिस तरीके से कर्मचारियों की भविष्य निधि के पैसे का घोटाला सामने आया है. उसी तरह का एक मामला साल 2012 -2013 में राजस्थान में भी सामने आया था. राजस्थान में भी साल 2012-13 में राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड ने कर्मचारियों के भविष्य निधि का करीब ₹940000000 निवेश एक निजी कंपनी में किया था.
जानकारों के मुताबिक निवेश के बाद कंपनी ने कई अधिकारियों को इसके लिए पुरस्कृत भी किया था. उस समय कंपनी ने दक्षिण भारत की रजिस्टर्ड एक कंपनी में निवेश के लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों का भविष्य निधि का पैसा उसमें लगाया था. लेकिन साल 2014 में वह कंपनी फेल हो गई. जिससे कर्मचारियों का पैसा पूरी तरीके से डूब गया था.
पढ़ेंः जयपुर कलेक्टर द्वारा चलाया गया स्टिंग ऑपरेशन, समय सीमा के बाद भी खुली मिलीं कई शराब की दुकाने
इस मामले पर जब मंत्री बीडी कल्ला ने साफ कहा कि इस तरीके का मामला उनके सामने मीडिया के जरिए आया है. साथ ही इस मामले में उन्होंने विभाग से फेक्चुअल रिपोर्ट मांग ली है. अब उस रिपोर्ट के हिसाब से ही देखा जाएगा कि वाकई में उस समय मिलीभगत से यह काम हुआ था या फिर यह महज एक अफवाह है. साथ ही बीडी कल्ला ने कहा कि फेक्चुअल रिपोर्ट के आधार पर यह देखा जाएगा कि मामला क्या है और अगर कोई दोषी इसमें पाया गया तो उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई होगी