जयपुर. जल संकट क्या होता है, यह सवाल किसी राजस्थानी से पूछा जाए तो इसका जवाब आसानी से मिल सकता है. ऐसे में राजस्थान के लोगों को जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने जल संरक्षण के लिए अपील करते हुए कहा है कि जल प्रबंधन और जल की बचत पर ध्यान देना सबसे जरूरी है.
कल्ला ने कहा कि सबसे ज्यादा पानी का दुरुपयोग नहाने और टॉयलेट में हो रहा है. ऐसे में लोगों को फ्लैश डबल बटन वाला लगाना चाहिए, ताकि रोजाना 200 लीटर पानी बचाया जा सके. वहीं, उन्होंने कहा कि सुबह मंजन करने के लिए सीधा नल से पानी इस्तेमाल करने की जगह लोटे या गिलास में पानी लेकर मंजन करना चाहिए. बर्तन साफ करने के लिए उन्होंने जनता से अपील की कि वह मिट्टी या राख का इस्तेमाल करें. कल्ला ने कहा कि अगर जरूरी हो तो पानी का इस्तेमाल करें वह भी गिलास में लेकर.
सला ने खुद अपना उदाहरण देते हुए कहा कि पश्चिमी राजस्थान के लोग अच्छे से जानते हैं कि पानी की कीमत क्या होती है. मैं खुद छोटा था तो परात में नहाता था, उसमें भी जो पानी बचता था उसी से कपड़े धोता था और जो पानी कपड़े धोने के बाद बचता था उससे घर की सफाई होती थी और उसके बाद भी अगर पानी बच जाता था तो उसी से नाली की सफाई होती थी.
वहीं, बीडी कल्ला ने कहा कि प्रदेश में मकानों के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइनों का सर्वे कर एक सप्ताह में अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गई है. हाईटेंशन लाइन हटाने के लिए आधा खर्च डिस्कॉम तो आधा खर्च संबंधित निकाय की ओर से उठाया जाएगा. रिपोर्ट आने के बाद लोगों के मकानों के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइनों को हटाने का काम प्रदेश में शुरू कर दिया जाएगा.