जयपुर. गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी बैंसला के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम से एमबीसी समाज ने अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास कर दिया है. माना जा रहा था इस भव्य कार्यक्रम के जरिए कर्नल किरोड़ी के पुत्र विजय बैंसला की पॉलिटिक्स में रीएंट्री होगी, लेकिन वे खुद इसे एमबीसी समाज की पॉलिटिक्स में ताल ठोक कर एंट्री करार दे रहे हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में विजय बैंसला ने समाज की राजनीतिक जागृति पर जोर दिया तो वहीं अप्रत्यक्ष रूप से सचिन पायलट भी उनके निशाने पर रहे.
सोमवार को पुष्कर में कर्नल बैंसला के अस्थि कलश विसर्जन कार्यक्रम में भाजपा और कांग्रेस के साथ ही कई बड़े राजनेताओं का जमावड़ा दिखा. इसके बाद कयास इसी बात के लगाए जा रहे थे कि आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले (MBC Society Entry in Politics) यह एमबीसी समाज का शक्ति-प्रदर्शन है और अब कर्नल बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने भी अप्रत्यक्ष रूप से इसे स्वीकार कर लिया है. विजय कहते हैं कि इस कार्यक्रम में जुटे हजारों समाज बंधुओं की यह ताकत है और यही पॉलिटिक्स में एमबीसी समाज की ताल ठोक कर एंट्री भी है.
टिकट मिला तो बीजेपी से लड़ूंगा चुनाव, लेकिन मेरे लिए पहले समाज : ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विजय बैंसला ने कहा कि वे भाजपा के मेंबर हैं और यदि अगले चुनाव में भाजपा उन्हें टिकट देती है तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि 40 सीटें एमबीसी बाहुल्य क्षेत्रों में आती है उनमें से कहीं पर भी यदि टिकट मिलता है तो वे चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, वे यह भी कहते हैं कि उनके लिए पहले समाज है और उसके बाद राजनीतिक दल. मतलब जो राजनीतिक दल एमबीसी समाज को ज्यादा प्रतिनिधित्व देगा समाज उसके साथ चलेगा.
75 सीटों पर MBC का प्रभाव, 37 समाज बंधुओं को मिलना चाहिए प्रतिनिधित्व : विजय बैंसला कहते हैं कि राजस्थान की करीब 75 विधानसभा सीटों पर एमबीसी समाज का बाहुल्य है और उनमें भी जिन सीटों पर 55 हजार या उससे अधिक (Gurjar Effect in Rajasthan Politics) समाज के मतदाता हैं. वहां राजनीतिक दलों को समाज बंधुओं को ही टिकट देना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि चाहे पार्टी बीजेपी हो या कांग्रेस या अन्य, हमारा मकसद 37 विधानसभा क्षेत्रों में से समाज बंधुओं का प्रतिनिधित्व विधानसभा में करवाने का है. इसीलिए हमारे लिए पहले समाज है और बाद में राजनीतिक दल.
सचिन पायलट भी रहे निशाने पर, कहा- व्यक्ति विशेष के पीछे समाज दौड़ता है तब समाज हारता है : ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विजय बैंसला के निशाने पर अप्रत्यक्ष रूप से सचिन पायलट भी रहे. बैंसला ने कहा कि पिछले चुनाव में भाजपा से समाज के 13 नेता नहीं जीते, वो क्यों हारे, यह भी समाज को समझना होगा. बैंसला ने कहा कि जब समाज व्यक्ति विशेष के पीछे दौड़ता है तब समाज हार जाता है, लेकिन जब समाज, समाज के साथ ही खड़ा रहता है तब वहां जीतता है. बैंसला ने कहा कि जब समाज व्यक्ति विशेष की विचारधारा के पीछे खड़ा रहेगा तो समाज को ही नुकसान होगा. उन्होंने यह भी कहा कि समाज सचिन पायलट के पीछे ही क्यों जाए, इंद्राज गुर्जर भी हैं और गजराज खटाना समेत कई नेता हैं. कहने का तात्पर्य है कि समाज, समाज से जुड़े और मजबूत बने.