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पहलू खान मॉब लिंचिंगः कोर्ट के निर्णय के बाद सियासत तेज..मायावती के ट्वीट पर कांग्रेस विधायक ने दी कुछ ऐसी प्रतिक्रिया - पहलू खान मॉब लिंचिंग

राजस्थान में पहलू खान मॉब लिंचिंग केस को लेकर फिर सियासत तेज हो गई है. पहले प्रियंका गांधी और फिर मायावती ने टवीट कर इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया. तो साथ ही मायावती ने इसे राजस्थान सरकार की कमी तक बता दिया. जिसके बाद कांग्रेस विधायक ने मायावती के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

pehlu khan case, पहलू खान केस
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Published : Aug 16, 2019, 5:36 PM IST

Updated : Aug 16, 2019, 7:41 PM IST

जयपुर. राजस्थान में मॉब लिंचिंग को लेकर कानून भले ही बन गया हो. लेकिन जो राजस्थान के अलवर में जो पहलू खान की मौत मॉब लिंचिंग मानी गयी थी. उसमें आरोपियों के बरी होने के बाद अब प्रदेश में एक बार फिर राजनीति तेज हो गयी है. इस मामले में पहले प्रियंका गांधी और फिर मायावती के टवीट के बाद राजस्थान में राजनीति फिर तेज हो गयी है.

मायावती के ट्वीट पर कांग्रेस विधायक का बयान

पढ़ें- राजनाथ की पाक को चेतावनी, भारत परमाणु नीति में करेगा बदलाव

इस पर जबाव देते हुए कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने बताया कि इस मामले की जांच भाजपा के समय में हुई और चालान भी भाजपा के राज में ही पेश हुए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में भाजपा के मंत्रियों ने खास तौर पर खुद गृहमंत्री ने दबाव बनाते हुए बार-बार जांच बदलवाई. जिसका परिणाम है कि निचले कोर्ट गलत तथ्यों के आधार पर कि गयी जांच के आधार पर आरोपी बरी हुई.

  • राजस्थान कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही व निष्क्रियता के कारण बहुचर्चित पहलू खान माब लिंचिंग मामले में सभी 6 आरोपी वहाँ की निचली अदालत से बरी हो गए, यह अतिदुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में वहाँ की सरकार अगर सतर्क रहती तो क्या यह संभव था, शायद कभी नहीं।

    — Mayawati (@Mayawati) August 16, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यहीं नहीं विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि भाजपा के गृहमंत्री की शह के चलते तफ्तीश हुई जो दुर्भाग्यपूर्ण है और इसी कारण प्रियंका गांधी ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं रामनारायण मीणा ने इस जांच में शामिल अधिकारियों के साथ ही भाजपा के राज में जांच बदलवाने वालों के खिलाफ भी जांच करवाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार उस समय गलत जांच करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाही करेंगी.

पढ़ें- हरीश जाटव मॉब लिंचिंग मामले में परिजनों का धरना जारी, मांगें पूरी होने तक शव लेने से किया इनकार

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट पर विधायक मीणा ने कहा कि इस तरह से राजनीती की निचली भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जबकि मामला हुआ भी भाजपा के समय और उसमें चालान भी भाजपा के समय हुआ. ऐसे में कांग्रेस सरकार का कोई दोष नहीं है. कांग्रेस सरकार इस पर दोबारा जांच कर रही है. वहीं मायावती के टवीट के जरिए राजस्थान सरकार को कठघरे में खड़े करने को लेकर उन्होंने कहा कि मायावती को ध्यान होना चाहिए कि कौनसी सरकार के समय में ये चालान पेश हुआ था. मायावती को राजनीतिक भाषा इतना नीचे नहीं आना चाहिए.

जयपुर. राजस्थान में मॉब लिंचिंग को लेकर कानून भले ही बन गया हो. लेकिन जो राजस्थान के अलवर में जो पहलू खान की मौत मॉब लिंचिंग मानी गयी थी. उसमें आरोपियों के बरी होने के बाद अब प्रदेश में एक बार फिर राजनीति तेज हो गयी है. इस मामले में पहले प्रियंका गांधी और फिर मायावती के टवीट के बाद राजस्थान में राजनीति फिर तेज हो गयी है.

मायावती के ट्वीट पर कांग्रेस विधायक का बयान

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इस पर जबाव देते हुए कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने बताया कि इस मामले की जांच भाजपा के समय में हुई और चालान भी भाजपा के राज में ही पेश हुए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में भाजपा के मंत्रियों ने खास तौर पर खुद गृहमंत्री ने दबाव बनाते हुए बार-बार जांच बदलवाई. जिसका परिणाम है कि निचले कोर्ट गलत तथ्यों के आधार पर कि गयी जांच के आधार पर आरोपी बरी हुई.

  • राजस्थान कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही व निष्क्रियता के कारण बहुचर्चित पहलू खान माब लिंचिंग मामले में सभी 6 आरोपी वहाँ की निचली अदालत से बरी हो गए, यह अतिदुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में वहाँ की सरकार अगर सतर्क रहती तो क्या यह संभव था, शायद कभी नहीं।

    — Mayawati (@Mayawati) August 16, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यहीं नहीं विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि भाजपा के गृहमंत्री की शह के चलते तफ्तीश हुई जो दुर्भाग्यपूर्ण है और इसी कारण प्रियंका गांधी ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं रामनारायण मीणा ने इस जांच में शामिल अधिकारियों के साथ ही भाजपा के राज में जांच बदलवाने वालों के खिलाफ भी जांच करवाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार उस समय गलत जांच करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाही करेंगी.

पढ़ें- हरीश जाटव मॉब लिंचिंग मामले में परिजनों का धरना जारी, मांगें पूरी होने तक शव लेने से किया इनकार

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट पर विधायक मीणा ने कहा कि इस तरह से राजनीती की निचली भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जबकि मामला हुआ भी भाजपा के समय और उसमें चालान भी भाजपा के समय हुआ. ऐसे में कांग्रेस सरकार का कोई दोष नहीं है. कांग्रेस सरकार इस पर दोबारा जांच कर रही है. वहीं मायावती के टवीट के जरिए राजस्थान सरकार को कठघरे में खड़े करने को लेकर उन्होंने कहा कि मायावती को ध्यान होना चाहिए कि कौनसी सरकार के समय में ये चालान पेश हुआ था. मायावती को राजनीतिक भाषा इतना नीचे नहीं आना चाहिए.

Intro:राजस्थान में पहलू खान को लेकर सियासत तेज,पहले प्रियंका गांधी और फिर मायावती ने टवीट कर बताया इसे दूर्भाग्यपूर्ण तो मायावती के सरकार की कमी की बात पर बोले विधायक रामनारायण मायावती को पता होना चाहिए कि इसकी जांच भाजपा समय में हुई कांग्रेस सरकार दोबारा करवा रही है इसकी अपील,रामनारायण मीणा बोले भाजपा सरकार में गृहमंत्री के दबाव में बदली गयी बार बार जांच इस मामले की कांग्रेस सरकार करवाये जांच Body:
राजस्थान में मोबलिंचीग को लेकर कानून भले ही बन गया हो लेकिन जो राजस्थान के अलवर में जो पहलू खान की मौत मोबलिंचीग के जरिये मानी गयी थी उसमें आरोपियों के बरी होने के बाद अब प्रदेश में एक बार फिर राजनिती तेज हो गयी है इस मामले में आज पहले प्रियंका गांधी और फिर मायावती के टवीट के बाद राजस्थान में राजनिती फिर तेज हो गयी है।कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने कहा है कि इस मामले की जांच भाजपा के समय में हुई ओर चालान भी भाजपा के राज में ही पेश हुए उन्होने आरोप लगाया कि इस मामले में भाजपा के मंत्रियों ने खास तौर पर खूद गृहमंत्री ने दबाव बनाते हुए बार बार जांच बदलवायी जिसका परिणाम है कि निचले कोर्ट गलत तथ्यों के आधार पर कि गयी जांच के आधार पर आरोपी बरी हुई विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि भाजपा के गृहमंत्री की शह के चलते तफतीश हुई जो दूर्भाग्यपूर्ण है और इसी कारण प्रियंका गांधी ने आज इस फैसले को दूर्भाग्यपूर्ण बताया है रामनारायण मीणा ने इस जांच में शामिल अधिकारीयों के साथ ही भाजपा के राज में जांच बदलवाने वालों के खिलाफ भी जांच करवाने की मांग की है उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार उस समय गलत जांच करने वाले अधिकारीयों पर भी कार्यवाही करेंगी।

मायावती को इस तरह से राजनिती की निचली भाषा का नही करना चाहिए इस्तेमाल जबकि मामला हुआ भी भाजपा के समय और उसमें चालान भी भाजपा के समय हुआ ऐसे में कांग्रेस सरकार का नही है कोई दोष कांग्रेस सरकार कर रही है इस बार दोबारा जांच


वही इस मामले पर आज मायावती के टवीट के जरिये राजस्थान सरकार को कटघरे में खडे करने को लेकर उन्होने कहा कि मायावती को ध्यान होना चाहिए कि कोनसी सरकार के समय ये चालान इस मामले में पेश हुआ था।मायावती को राजनितीक भाषा इतना नीचे नही आना चाहिए किसने इस मामले में तफतीश की थी कांग्रेस सरकार है जिसने इस मामले में अपील करने की बात कही है जिन्होने भी जाचं में गलत तथ्यों पर जांच की है और कांग्रेस सरकार ही इस मामले में अब सही से पैरवी करेगी।
बाइट रामनारायण मीणा विधायक कांग्रेस Conclusion:
Last Updated : Aug 16, 2019, 7:41 PM IST
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