जयपुर. प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि सोने के बने हुए आभूषणों की ट्रेडिंग का काम करने वाला शैलेश 23 मई को प्रयागराज एक्सप्रेस से मथुरा से जयपुर आया था. जो अपने जेवरात को बेचने के लिए एमआई रोड व जौहरी बाजार स्थित मार्केट में गया और वहां से अजमेरी गेट से लाल कोठी आने के लिए सिटी बस में सवार हुआ. सिटी बस में कंडक्टर नहीं था ऐसे में शैलेश बस में बिल्कुल पीछे की तरफ जा कर अन्य सवारियों के साथ खड़ा हो (Jewelry worth 14 lakhs taken from Pocket Of Jeweler) गया. जब बस लालकोठी स्थित नगर निगम कार्यालय के सामने आकर रुकी तो चालक को किराए के पैसे देने के बाद शैलेश मोतीसंस ज्वेलर्स के पास में बस से नीचे उतर गया.
बस से नीचे उतरने के बाद जब शैलेश मोतीसंस ज्वेलर्स के शोरूम पर पहुंचा और अपने साथ लाई हुई ज्वेलरी को दिखाने के लिए जब अपनी जेब में रखे सामान को टटोला तो ज्वेलरी का पैकेट गायब (Pick Pocketing In Jaipur) मिला. पैकेट में विभिन्न तरह की सोने की ज्वेलरी मौजूद थी जिनकी कीमत 13.58 लाख रुपए थी. बस में किसी बदमाश ने मौका पाकर शैलेश की जेब काट उसमें रखा ज्वेलरी आइटम का पैकेट चुरा लिया. सोने की ज्वेलरी चोरी होने से घबराकर शैलेश रोडवेज की बस पकड़ कर वापस मथुरा आ गया. जब उसके रिश्तेदारों ने उसे समझाया तब फिर से शैलेश ने मंगलवार देर रात जयपुर पहुंचकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ बस में से ज्वैलरी का पैकेट चुराने (Valuables Packet Missing from Pocket) का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर चोर की तलाश करना शुरू किया है.