जयपुर. साल 2020 में कोरोना के कारण पूरे विश्व बुरे दौर से गुजर रहा है. राजस्थान विधानसभा के लिए तो यह साल शायद इतिहास का सबसे बुरा साल साबित हुआ है. इस साल राजस्थान विधानसभा के तीन विधायकों का महज 2 महीने के अंतराल में निधन हो गया है लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर अब तक मास्टर भंवरलाल मेघवाल को मंत्री बताया जा रहा है.
राजस्थान विधानसभा के इन तीन में से विधायक कैलाश त्रिवेदी का निधन 6 अक्टूबर को और किरण महेश्वरी का निधन 30 नवंबर को कोरोना से हुआ है. जबकि मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल का लंबी बीमारी के बाद 16 नवंबर को निधन हुआ था लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि 1 साल में महज 2 महीने के अंतराल में राजस्थान विधानसभा ने अपने तीन सदस्य खोए हों.
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बहरहाल, चाहे विधान सभा सचिवालय हो या फिर मुख्यमंत्री कार्यालय जैसे ही विधायकों का निधन हुआ, इनके नाम दोनों ही जगह पर अपडेट कर दिए गए हैं. लेकिन मंत्रियों और विधायकों के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने वाला सामान्य प्रशासनिक विभाग अब भी आंखें मूंदे बैठा है. प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट पर अब तक मास्टर भंवरलाल मेघवाल को मंत्री बताया जा रहा है. जबकि मुख्यमंत्री कार्यालय की अधिकारिक वेबसाइट से मास्टर भंवरलाल मेघवाल का नाम हटा दिया गया है. विधानसभा की वेबसाइट पर भी यही किया गया है.
3 सीटें रिक्त
भले ही सबसे जिम्मेदार विभाग सामान्य प्रशासन विभाग को माना जाता हो लेकिन अपने काम के प्रति सबसे ज्यादा जिम्मेदारी निभाई है. राजस्थान विधानसभा ने अपने 3 सदस्यों को महज 2 महीने के अंतराल में खोया है और तीनों के नाम विधानसभा की वेबसाइट से हटा दिए गए हैं. कैलाश त्रिवेदी की विधानसभा में सदस्य संख्या 48 थी. वहीं मास्टर भंवर लाल मेघवाल की सदस्य संख्या 69 और किरण महेश्वरी की सदस्य संख्या 173 थी. अब तीनों विधानसभा में सदस्य के नाम की जगह रिक्त कर दिया गया है.
अब यह हो गई है विधानसभा में पार्टियों की स्थिति
- रिक्त सीटें 3
- भाजपा 71
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 02
- निर्दलीय 13
- इंडियन नेशनल कांग्रेस 105
- राष्ट्रीय लोक दल 01
- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी 03
- भारतीय ट्राईबल पार्टी 02