जयपुर. राजधानी जयपुर के जयसिंहपुरा खोर इलाके में एक डायपर फैक्ट्री में आग लगने से स्थानीय लोगों की पूरी रात खौफ के साए में निकली है. आग डूंगरी वालों की ढाणी स्थित झूलेलाल कॉलोनी में लगी थी. देखते देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और आसपास के मकानों तक भी आग पहुंच गई. आगजनी से कई मकानों की छतों पर रखी टंकियां जल गई. करीब पांच दर्जन दमकल की गाड़ियों ने 13 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. सूचना मिलते ही जयसिंहपुरा खोर थाना पुलिस और ब्रह्मपुरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. एसीपी सौरभ तिवाडी, जयसिंहपुरा खोर थाना (Jaisinghpura Khor Police Station) एसएचओ सत्यपाल यादव और ब्रह्मपुरी थाना एसएचओ प्रदीप सिंह मौके पर मौजूद रहे.
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5 दर्जन दमकल की गाड़ियों ने बुझाई आग
आग बुझाने के बाद भी धीरे-धीरे सुलगती रही. रात को आग बुझाने के बावजूद भी तेज भभक गई. इसके बाद आमेर, घाटगेट और विश्वकर्मा समेत अन्य जगह से अतिरिक्त दमकल की गाड़ियां मौके पर बुलाई गई. पूरी रात दमकल की गाड़ियों ने आग को बुझाने के लिए प्रयास किया. शनिवार सुबह करीब 10:00 बजे तक आग पर काबू पाया गया. लेकिन फिर भी धीरे-धीरे आग सुलगती रही. करीब 13 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद करीब 60 दमकल की गाड़ियों ने आग बुझाई.
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बार-बार सुलगती रही आग
शुक्रवार रात करीब 9:00 बजे आग लगी थी, जो कि शनिवार सुबह 10:00 बजे तक बुझ पाई. रात को करीब 1:00 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था. लेकिन उस फिर से आग भभक गई. फैक्ट्री में रखे कोटन के स्टॉक में बार-बार आग सुलगती रही. आग की लपटें ऊंची ऊंची दिखाई देने लगी और आसपास के इलाके में धुएं का गुबार छा गया, जिससे लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया.
पानी के टैंकरों से भी आग बुझाने का किया गया प्रयास
मामले की जानकारी मिलते ही पार्षद सुरेश सैनी भी मौके पर पहुंचे और भयंकर आग को देखते हुए पार्षद ने पानी के टैंकरों की व्यवस्था करवाई. जिनसे आग बुझाने का प्रयास किया गया. आगजनी की घटना से किसी प्रकार की जनहानि होने की कोई सूचना नहीं है. पटाखे की चिंगारी से आग लगने की आशंका जताई जा रही है.
आगजनी से पड़ोस के मकानों में हुआ नुकसान
जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री पर ताला लगा हुआ था. अचानक फैक्ट्री में आग लग गई, पड़ोसियों ने आग को देखकर दमकल और पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां और पुलिस मौके पर पहुंच गई देखते ही देखते आग ज्यादा फैल गई. दमकल की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत करते हुए आग पर काबू पाने का प्रयास किया. धीरे-धीरे आग आस-पड़ोस के मकानों तक भी पहुंच गई और मकानों की छतों पर रखा सामान जल गया. गनीमत रही कि आगजनी से आसपास के मकानों में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके में बिजली सप्लाई बंद करवा दी. इसके साथ ही लोगों को भी घटनास्थल से दूर हटा दिया गया, ताकि कोई अनहोनी नहीं हो.
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फैक्ट्री के लीगल दस्तावेजों की होगी जांच
पुलिस के मुताबिक फैक्ट्री की फायर एनओसी और अन्य लीगल दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी. किन कारणों से आग लगी है, इसकी भी जांच की जा रही है. नुकसान का आकलन अभी तक नहीं किया गया, लेकिन लाखों का नुकसान हुआ है.
जयपुर कलेक्टर ने अवैध फैक्ट्रियों को सील करने के दिए निर्देश
पटवारी नरेंद्र कविया ने बताया कि आबादी क्षेत्र में संचालित फैक्ट्रीयां अवैध है. प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर लोगों को दूर हटाया और आग पर काबू पाया है. फैक्टरी पर मौजूद एक चौकीदार बेहोश हो गया था, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. फैक्ट्री में रखें गैस सिलेंडर और अन्य सामान को समय रहते हटा दिया गया था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. फैक्ट्री का मालिक जयपुर से बाहर बताया जा रहा है. फैक्ट्री के संचालन से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जाएगी. जयपुर कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि आबादी क्षेत्र से सभी अवैध फैक्ट्रियां सील की जाएंगी. अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
पार्षद सुरेश सैनी ने बताया कि आबादी क्षेत्र में फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित की जा रही थी. ऐसी अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. क्योंकि इस तरह फैक्ट्रियों में घटना होने से बड़ी जनहानि होने की संभावना रहती है. इसलिए प्रशासन को समय रहते चेतना चाहिए और सख्त कदम उठाने चाहिए. वहीं आगजनी की घटना से स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी हुई और पड़ोसियों के मकानों में भी नुकसान हुआ है. कई मकानों की छतों पर रखी टंकिया जल गई तो कई मकानों की दीवारों में दरारें पड़ गई. स्थानीय लोगों ने आबादी क्षेत्र से अवैध फैक्ट्री हटाने की मांग की है. इसके साथ ही आगजनी की घटना से मकानों में हुए नुकसान के मुआवजे की भी मांग की गई है.