जयपुर. कर्बला स्थित हज हाउस में शहर के मस्जिदों के इमाम, मस्जिद कमेटियों के अध्यक्ष और सचिवों का एक अहम कार्यक्रम रविवार को आयोजित किया गया. कार्यक्रम में तय किया गया कि सामाजिक कुरीतियों को दूर करने और मुस्लिम युवाओं में शिक्षा के दायरे को बढ़ाने में मस्जिदों के इमाम (Masjid Imams to help eradicate social evils) भी अपना योगदान देंगे.
कार्यक्रम के कन्वीनर हाफिज मंजूर ने बताया कि इस कार्यक्रम के जरिए सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने पर जोर दिया जा रहा है. आज युवा नशे और सट्टे की जद में आता जा रहा है और शिक्षा से दूर होता जा रहा है. इमाम और धार्मिक गुरुओं की बात युवा आसानी से मान लेते हैं. इसलिए मस्जिदों के प्रतिनिधि सामाजिक कुरीतियों को दूर करने और युवाओं को सही रास्ते पर लाने के लिए अहम योगदान दे सकते हैं. मंजूर ने कहा कि सामाजिक रुप से मुस्लिम समाज लगातार पिछड़ता जा रहा है. वहीं मुल्क के विकास में उसका कोई योगदान सुनिश्चित नहीं हो रहा. हम चाहते हैं कि मस्जिदें कम्युनिटी डेवलपमेंट में योगदान दें.
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उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम कोरोना काल में पाबंदियां लगे होने की वजह से आयोजित नहीं किया जा सका था. अब कोरोना का कहर कम हुआ है. इसलिए समाज को आगे बढ़ाने के लिए यह कार्यक्रम हो रहा है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जयपुर के 450 से ज्यादा मस्जिदों के इमाम, मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष सचिव सहित अन्य लोग पहुंचे हैं. कार्यक्रम में शिरकत करने मुफ्ती जाकिर नोमानी पहुंचे. वहीं रामपुरा के मौलाना अंसार कासमी ने भी लोगों को जागरूक किया. कार्यक्रम में जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष नईमुद्दीन कुरैशी, हाफिज मंजूर, मुफ़्ती अखलाकुर्रहमान, जमाते इस्लामी हिन्द के इकबाल सिद्दीकी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.