जयपुर. 12 नए विभाग और 1200 बेड से सुसज्जित आईपीडी टावर का निर्माण 32 महीने में होगा. इस दौरान नए रिक्रूटमेंट, नए अटैचमेंट और मैन पावर पर भी काम किया जाएगा. ये कहना है एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी का. ईटीवी भारत से आईपीडी टावर को लेकर की खास बातचीत में डॉ भंडारी ने कहा कि जब भी कोई इंस्टिट्यूट बनता है, तो सबसे पहले उसके इंफ्रास्ट्रक्चर और फिर इसे चलाने के लिए मैन पावर रिक्रूट होता है. ये एक प्रक्रिया है, जिसे फॉलो किया जाएगा. बता दें कि एसएमएस अस्पताल में स्काईवॉक वे कॉरीडोर बनाने की भी प्लानिंग है. इसके जरिए अस्पताल की सभी इमारत एक-दूसरे से जुड़ जाएंगी.
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज 1947 को स्थापित हुआ. उस समय 8 विभाग कार्यरत थे और 300 मरीज प्रतिदिन आते थे. आज यहां 55 विभाग हैं और पड़ोसी राज्यों सहित 10 से 15 हजार मरीज हर दिन आते हैं. एसएमएस में हार्ट, लीवर, किडनी ट्रांसप्लाट की सुविधा है और अब 24 मंजिला आईपीडी टावर में बनने वाले हैलीपेड से ऑर्गन ट्रांसप्लांट में प्रगति (organ transplantation in IPD Tower) होगी. इसके साथ ही सवाई मानसिंह चिकित्सालय के प्रांगण में ही इंस्टीट्यूट आफ कार्डियोवैस्कुलर साइंसेज इमरजेंसी के पास बनाया जाएगा. जिसमें हार्ट के सम्बन्धी IPD, OPD, ICU जांचे एवं कैथ लैब की सारी सुविधाएं उपलब्ध होगी. साथ ही कोरोना में जान गंवाने वाले डॉक्टरों की याद में आईपीडी टावर में मेडिकोज मेमोरियल बनाया जाएगा.
डॉ सुधीर भंडारी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि आईपीडी टावर में 1200 बेड्स (1200 beds in IPD Tower) होंगे. एम्स दिल्ली और पीजीआई चंडीगढ़ की तर्ज पर सब्सिडी वाले कॉटेज वार्ड, निजी कमरे होंगे, जो समाज के सभी वर्गों की चिकित्सकीय आवश्यकता को पूरा करेगा. बीते दो सालों में एसएमएस के जरिए 12 नए विभाग खोले गए हैं जिन्हें आईपीडी टावर में रखा जाएगा. उन्होंने इसे सबसे अच्छा आईपीडी सुविधा मल्टीपल लैब, स्टेट ऑफ आर्ट लैब एरिया टीचिंग एरिया, डिपार्टमेंटल स्पेस, मरीजों, मरीज के परिजनों और डॉक्टरों के लिए फोर्ट के रूप में अनोखा टावर होगा. उन्होंने कहा कि भवन पर हेलीपैड एसएमएस पर ऑनगोइंग ऑर्गन ट्रांसप्लाट प्रोग्राम और रोड साइड ट्रॉमा मैनेजमेंट की सुविधा प्रदान करेगा.
आईपीडी टावर होने वाली सुविधाएं:
- अस्पताल श्रेणी में आईपीडी टावर देश का सबसे ऊंचा टावर
- आईपीडी टावर राजस्थान की सभी श्रेणियों की सबसे ऊंची इमारत
- एसएमएस अस्पताल कॉटेज वार्ड की जगह 24 मंजिला आईपीडी टावर
- रामा कंस्ट्रक्शन कंपनी इस टावर का निर्माण 456.80 करोड़ रुपये में करेगी
- दो मंजिला बेसमेंट और छत पर हेलीपैड
- टावर में दो बेसमेंट होंगे जहां वाहन पार्किंग की सुविधा
- आम जनता के लिए एक थियेटर और प्रतीक्षालय कक्ष
- ग्राउंड फ्लोर पर फूड आउटलेट, रजिस्ट्रेशन काउंटर और फार्मेसी
- पहली मंजिल पर संगोष्ठी कक्ष, मेडिकल साइंस गैलरी, एडमिन ब्लॉक
- दूसरी मंजिल पर रेडियोलॉजी सेवा, डायग्नोस्टिक एमआरआई सीटी स्कैन
- तीसरी मंजिल पर 6 आईसीयू वार्ड और संबंधित सेवाएं
- चौथी मंजिल पर पोस्ट और प्रीऑपरेटिव वार्ड
- न्यूक्लियर मेडिसिन, लैब एरिया और वेटिंग एरिया के लिए प्रावधान
- सामान्य बिस्तर, डीलक्स कमरा, फर्श पर प्राईवेट कमरे की सुविधा
- 1200 बेड विकसित होंगे, 20 ऑपरेशन थियेटर बनाए जाएंगे
- 100 ओपीडी पंजीकरण काउंटर
इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कूलर साईन्सेज सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय में प्रस्तावित निर्माण कार्य:
- ग्राउंड फ्लोर पर 6 ओपीडी रूम, 7 जनरल बैड इमरजेंसी बैड और सीटी एमआरआई कार्डियक डायग्नोसिस, हिमेटोलोजी, रजिस्ट्रेशन और प्रतीक्षालय प्रस्तावित
- फर्स्ट फ्लोर पर 16 जनरल बैड (प्री और पोस्ट कैथ बैड), 4 कैथ लैब, अटेण्डेण्ट लॉन्ज और कैफेटेरिया प्रस्तावित
- सेकण्ड फ्लोर पर 11 जनरल बैड (प्री और पोस्ट कैथ बैंड), 15 आईसीयू बैड (एसआईसीयू बैड), 1 कैथ लैब और 3 ओटी प्रस्तावित
- थर्ड फ्लोर पर 38 आईसीयू बैड और अटेण्डेण्ट लॉन्ज प्रस्तावित
- फोर्थ फ्लोर पर रिसर्च रूम और टीचिंग एरिया प्रस्तावित
- कुल 6 ओपीडी रूम, 34 जनरल बैड, 53 आईसीयू 5 कैथ लैब और 3 ओटी प्रस्तावित
वहीं मेडिफेस्ट और प्रदर्शनी को लेकर डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि मेडिकल क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने के लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड में दो दिवसीय प्रदर्शनी और निरोगी राजस्थान मेडीफेस्ट 2022 का आयोजन किया गया. प्रदर्शनी में आमजनता के लिए 60 स्टॉल लगाई गई, जिसमें मेडिकल क्षेत्र के नए आयामों और प्रगति को विस्तृत रूप से प्रदर्शित किया गया. प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में नए आयामों और विधियों का प्रदर्शन, पोस्टर्स, उपकरण और मॉडल्स के जरिए किया गया. कोविड महामारी के दौरान सरकार की ओर से विकसित सुविधाएं आईसीयू, एनआईसीयू टीकाकरण, अंगदान आदि को भी प्रदर्शित किया गया.
इसी के साथ दो दिवसीय मेडिकल फेस्टिवल-निरोगी राजस्थान मेडीफेस्ट का आयोजन भी सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड में बने विशाल डोम में किया गया, जिसमें तीन समानान्तर हॉल्स में विभिन्न विषयों पर व्याखान और टॉक शो किए गए. इसमें डॉ. शिव सरीन (प्रख्यात गेस्ट्रोएंट्रालॉजिस्ट) डॉ. नरेश त्रेहान (प्रख्यात कॉर्डियालॉजिस्ट), डॉ देवी शेट्टी (डायरेक्टर नारायणा हृदयालय), डॉ. वी.के. पॉल (चैयरमैन नीति आयोग), डॉ. सुरेश शर्मा (चैयरमैन एनएमसी) एवं डॉ. रणदीप गुलेरिया डायरेक्टर, AIIMS दिल्ली) जैसे दिग्गजों के अलावा 100 से ज्यादा मेडिकल फैकल्टी ने 21 सेशन में जीवन शैली सम्बन्धित विभिन्न रोगों जैसे कि डायबिटीज, सांस की बीमारी, ब्लड प्रेशर, अस्थिरोग, मोटापे के साथ-साथ अंगदान, स्वस्थ्य शिशु और माता के विषय में चर्चा की. साथ ही सत्र से जुड़े लोगों और छात्रों की समस्याओं पर प्रकाश डाला.