जयपुर. माली सैनी समाज संस्था के संयुक्त तत्वाधान में महात्मा ज्योतिबा फुले की 194वीं जयंती बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस अवसर पर महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर उनका स्मरण किया गया. समाज के गणमान्य लोगों ने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उनकी जीवनी के बारे में बताया.
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माली सैनी समाज संस्था के अध्यक्ष रोशन सैनी ने महात्मा ज्योतिबा फुले के योगदान को याद करते हुए भारत सरकार से मांग की है कि महात्मा ज्योतिबा फुले और मां सावित्री बाई फुले को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए. साथ ही महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के योगदान और जीवनी के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. उनके आदर्श और सिद्धांतों के बारे में अभी समाज के लोगों को जानकारी दी गई. महात्मा ज्योतिबा फुले का 1827 में जन्म हुआ था.
महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज के हित के लिए कई कार्य किए, जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता है. दलितों के साथ जो अन्याय होता था, उसे सहन करते हुए दलित के लिए बढ़-चढ़कर काम किया था. महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने अपना संपूर्ण जीवन मानव सेवा के लिए समर्पित कर दिया था. समाज के किसी भी वर्ग में कहीं पर भी कोई अन्याय होता था तो उसके खिलाफ हमेशा महात्मा ज्योतिबा फुले ने लड़ाई लड़ी है. महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत है.