जयपुर. लोकसभा की ओर से जारी की गई संसदीय शब्दों की सूची से भले ही राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी सहमत नहीं हो और असंसदीय शब्दों के मामले पूरी कांग्रेस केन्द्र सरकार के खिलाफ हमलावर होते हुए इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बता रही है. लेकिन राजस्थान विधानसभा में सभापति पैनल में शामिल रह चुके और प्रदेश की कांग्रेस सरकार में जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय का बयान पार्टी के स्टैंड से अलग हटकर आया है.
शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय जयपुर में मीडिया से बातचीत में राजस्थान जल संसाधन विकास मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि वैसे भी सदनों के अंदर गरिमापूर्ण तरीके ही अभिव्यक्ति रखनी चाहिए. सदन के अंदर अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल (Speaking Nikamma will be Unparliamentary) नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकसभा हमारा सर्वोच्च सदन है और उन्होंने जो अनुभव किया होगा उसके आधार पर शब्दों का चयन किया होगा.
मुझे जीवन मे आज तक नहीं किया कटारिया ने फोन : अब तक देखा गया है कि मौका भले ही कोई भी रहा हो, लेकिन बीटीपी ने कांग्रेस पार्टी को ही वोट दिया है. लेकिन राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के वोट पर इस बार संशय के बादल बने हुए हैं. बीजेपी के वोट को लेकर मालवीय ने कहा कि भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक किसे वोट देंगे यह बीटीपी ही तय करेगी, लेकिन वो अब तक कांग्रेस के साथ रहे हैं और उम्मीद है कि वो सरकार के साथ ही रहेंगे.
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उधर गुलाब चंद कटारिया के इस बयान पर कि उनके द्वारा कांग्रेस के आदिवासी विधायकों को भी फोन किए गए हैं, आदिवासी क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले मालवीय ने कहा कि मेरे पास कटारिया का पूरे जीवन में (Mahendrajeet Singh on Kataria) कभी फोन नहीं आया. उन्होंने कहा कि फोन तो कोई किसी को भी कर सकता है, लेकिन मैं भाजपा को कैसे वोट दे सकता हूं ?