जयपुर. आरजेएस 2021 का परिणाम जारी होने के साथ ही राजस्थान को 120 आरजेएस अधिकारी मिल गए हैं. एक बार फिर से परिणाम में छात्राओं ने बाजी मारी है. 120 सफल अभ्यर्थियों में से 71 छात्राएं शामिल है. तो टॉप 10 में भी 8 छात्राओं ने स्थान बनाया है. वहीं, चौमूं के कालाडेरा के रहने वाले महावीर सैनी ने पहले ही प्रयास में तीसरा स्थान हासिल कर नया मुकाम बनाया है. 2020 से न्यायिक सेवा की तैयारी शुरू करने वाले महावीर सैनी ने दो सालों तक सिर्फ अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई की. हालांकि महावीर सैनी को टॉप 10 में आने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन 3rd रैंक हासिल करने के बाद वो काफी खुश नजर (secured 3rd rank in RJS Exam 2021) आए.
महावीर सैनी ने बताया कि 12वीं तक उन्होंने अपने गांव में ही पढ़ाई की. इसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय में लॉ किया और फिलहाल राजस्थान विश्वविद्यालय में ही एलएलएम के छात्र भी हैं. इसके अलावा यूजीसी नेट और जेआरएफ भी किया हुआ है. उन्होंने बताया कि आरजेएस की तैयारी 2020 में शुरू की थी. प्री, मैन्स और इंटरव्यू लेवल पर एक ही पैटर्न पर प्रिपरेशन की. उनके पिता ने भी उन्हें काफी सहयोग किया. वो खुद अभियोजना अधिकारी हैं, जिनसे थ्योरिटिकल और प्रैक्टिकल की नॉलेज साथ-साथ मिलती रही.
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प्री के पहले की मैन्स की तैयारी: उन्होंने बताया कि मैन्स की प्रिपरेशन प्री से पहले कर रखी थी. जो सिलेबस था, उसे स्ट्रिक्टली फॉलो किया. उन्होंने कहा कि यदि खुद पर विश्वास है तो फर्क नहीं पड़ता कि हम पढ़ाई में कैसे हैं, यदि हमने ये निश्चय कर लिया है कि आरजेएस बनना है तो जरूर बनेंगे. महावीर ने अपना स्टडी स्टाइल बताते हुए कहा कि वो 5 घंटे नियमित पढ़ाई जरूर करते थे. प्री में समय ज्यादा दिया था, उससे कम मैन्स और सबसे कम इंटरव्यू में समय दिया. जो भी सेक्शन थे उन्हें पहले याद करते थे, केस रूल्स के नोट्स बनाए और लेटेस्ट जजमेंट की नोट बुक तैयार की. चूंकि 5 ईयर लॉ इंग्लिश मीडियम से किया था, उसका काफी लाभ मिला. हिंदी थोड़ी कठिन जरूर रही.
आयुषी गोयल ने हासिल की 11वीं रैंक: जयपुर की आयुषी गोयल ने आरजेएस में 11वीं रैंक हासिल की. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों और गुरुजनों को दिया. आयुषी ने आरजेएस की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता के गुर बताते हुए कहा कि यदि फोकस होकर पढ़ाई की जाती है तो आरजेएस में सफलता जरूर मिलती है. सबसे ज्यादा जरूरी है हार्ड वर्क और कंसिस्टेंसी. उन्होंने बताया कि अपने सिलेबस को लिमिटेड रखते हुए उसे बार-बार रिवाइज करने पर फोकस रखें. प्री मैन्स और इंटरव्यू की अलग-अलग स्ट्रेटजी के साथ पढ़ाई करें.
चित्तौड़गढ़ की वर्षा ने हासिल की 27वीं रैंक- चित्तौड़गढ़ की बेटी वर्षा राजस्थान न्यायिक सेवा 2021 के जारी परिणामों में 27वें स्थान पर रही. उसका सिविल जज कैडर में चयन हुआ है. इस उपलब्धि पर शहर के प्रमुख लोगों की ओर से परिवार के साथ-साथ वर्षा को बधाई देने वालों का तांता लगा है. पिता पवार के अनुसार वर्तमान में वह रेवा यूनिवर्सिटी बेंगलुरू में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्य कर रही हैं. वर्षा ने स्कूली शिक्षा बिरला शिक्षा केंद्र से हासिल की और उच्च अध्ययन के लिए बाहर चली गईं.