जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी उठापटक के बीच राजस्थान विधानसभा में भी एक सियासी ड्रामा देखने को मिला. जब भाजपा विधायक मदन दिलावर जिला विधानसभा सचिव प्रवीण कुमार के कक्ष में फर्श पर ही धरने पर बैठ गए.
दिलावर की ओर से यहां पूर्व में लगाई गई बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय से जुड़ी याचिका को निरस्त करने के निर्णय से जुड़ी कॉपी लेने गए थे, लेकिन कॉपी नहीं मिली तो नाराज मदन दिलावर धरने पर बैठ गए. हालांकि कुछ ही देर बाद सचिव ने ई-मेल पर उन्हें कॉपी देकर धरना समाप्त कराया.
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हालांकि दिलावर को जो कॉपी दी गई है वो महज एक पेज की है. जबकि निर्णय की विस्तृत ब्योरे वाली कॉपी बाद में उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है. धरने से उठने के बाद पत्रकारों से बातचीत में विधायक ने कहा कि पहले तो विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने न्याय के सिद्धांत के विरुद्ध काम किया और उनकी याचिका को निरस्त कर दिया और याचिकाकर्ता से उसका पक्ष तक नहीं जाना. दिलावर ने अभी कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट में भी याचिका लगी है.
विलय नहीं नियम विरुद्ध हुआ कामः
मदन दिलावर ने कहा कि बसपा का कांग्रेस में विलय नहीं हुआ बल्कि राजस्थान में जो काम हुआ वो नियम विरुद्ध था. उन्होंने कहा स्पीकर ने मेरी याचिका भले ही निरस्त कर दी हो, लेकिन हाईकोर्ट से मुझे न्याय मिलने की उम्मीद है. साथ ही दिलावर ने इस बात की भी उम्मीद जताई कि हाईकोर्ट मेरे पक्ष में ही फैसला देगा.