जयपुर. राजधानी में रविवार को कमिश्नरेट की सीआईयु और नॉर्थ जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के अमित चौधरी, प्रदीप, मनोज, सुरेंद्र समेत महिला अभ्यर्थी मौसम चौधरी और ब्रह्मा चौधरी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से प्रिंटर लैपटॉप मोबाइल और 30 हजार की नकदी बरामद की है. वहीं, पुलिस की जांच में सामने आया है कि गिरोह का सरगना शिव भगवान और संदीप नेहरा है.
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संदीप नेहरा मदर्स एजुकेशन हब के नाम से जयपुर में 11 कोचिंग संस्थान चलाता है. हालांकि पुलिस की कार्रवाई के बाद आरोपी संदीप नेहरा और शिव भगवान मौके से फरार हो गए. पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि दोनों सरगनाओं ने अमित चौधरी, प्रदीप, मनोज के जरिए लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों को पांच लाख रुपये लेकर पेपर मुहैया करवाया था. गिरोह ने यह पेपर व्हाट्सएप के जरिए परीक्षा शुरू होने से 2 घंटे पहले पेपर और आंसर की सहित अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया था. जैसे ही पुलिस को सूचना मिली तो उन्होंने टीम के साथ बियानी कॉलेज के पास आरआर ड्रीम हॉस्टल पर छापा मारा और पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया. हालांकि गिरोह के सरगना संदीप नेहरा और शिव भगवान पुलिस की पकड़ से दूर है.
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वहीं, खास बात यह है कि पुलिस का यह ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा. अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अशोक गुप्ता ने बताया कि सबसे पहले पेपर लीक मामले को लेकर सूचना क्राइम ब्रांच के सीआई नरेंद्र दायमा को मिली. इसके बाद सूचना को पुख्ता कराकर सीआईडी टीम और नॉर्थ जिला पुलिस को अलर्ट किया. पुलिस ने आरोपियों की तलाश में विद्याधर नगर थाना स्थित एक हॉस्टल पर छापा मारा. यह छापा बियानी कॉलेज के सामने आर.आर.ड्रीम हॉस्टल पर मारा गया.
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इस दौरान पुलिस को मौके पर अमित, मनोज और प्रदीप नाम के शख्स प्रिंटर से पेपर निकालते हुए पाए गए, साथ ही पुलिस ने मौके से दो महिला अभ्यर्थियों को भी दबोचा. जिनका नाम मौसम चौधरी और ब्रह्मा चौधरी है. बता दें कि पुलिस ने पेपर की सत्यता के लिए 2 घंटे तक इंतजार किया. जैसे ही 11:00 बजे पेपर स्टार्ट हुआ तो पुलिस की टीम परीक्षा सेंटर पर पहुंची. जहां पर एक अनुपस्थित पाए गए अभ्यर्थियों के पेपर को लेकर जांच पड़ताल की, तो पता चला कि पेपर लीक हुआ है. पेपर हूबहू पाया गया.
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इतना ही नहीं पुलिस ने सत्यता की जांच के लिए गिरफ्तार की गई मौसम चौधरी और ब्रह्मा चौधरी को हरमाड़ा सेंटर स्थित एग्जाम दिलाने लेकर गई. पुलिस एग्जाम दिलाने के बाद दोनों महिला अभ्यर्थियों को वापस से गिरफ्तार कर विद्याधर नगर थाने लेकर आई. यहां लाने के बाद जब पूछताछ हुई तो एक बड़ा नाम सामने आया. पुलिस के मुताबिक जयपुर में मदर्स एजुकेशन हब के नाम से कोचिंग चलाने वाले संदीप नेहरा और शिव भगवान ने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए लाइब्रेरियन का यह पेपर मुहैया कराया था.
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सरगना ने यह पेपर एग्जाम शुरू होने से 2 घंटे पहले 9:07 बजे व्हाट्सएप पर भेजा, साथ ही पेपर की आंसर शीट भी भेजी गई. इस पर पुलिस ने मिलान करते हुए सभी आरोपियों को दबोच लिया पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि संदीप नेहरा और शिव भगवान ने यह पेपर 5 लाख रूपये में 50 से ज्यादा व्यक्तियों को व्हाट्सएप के अलग-अलग ग्रुप के जरिए मुहैया कराया था. पुलिस ने सभी आरोपियों से को गिरफ्तार करते हुए मौके से लैपटॉप प्रिंटर मोबाइल समेत 30000 रुपये की नकदी बरामद की है.
हालांकि पूरे गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद सरगना संदीप नेहरा और शिव भगवान पुलिस की कार्रवाई को देख अंडर ग्राउंड हो गए. जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही. बता दें कि इस पूरे गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस ने कर्मचारी चयन बोर्ड आयोग को इसकी सूचना दे दी है. बताया जा रहा है कि लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2018 का यह पेपर स्थगित किया जाएगा और उसकी परीक्षा दोबारा से होगी.