जयपुर. केंद्र की मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों के समर्थन में भारत बंद का आह्वान किया गया है. सीपीआईएम और अन्य वामपंथी संगठन और उनसे संबद्ध अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से आज कृषि कानूनों के खिलाफ हल्ला बोला गया. इनकी मांग है कि किसानों को राहत देते हुए मोदी सरकार को तीनों कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लेना चाहिए.
सीपीआईएम, एटक, अखिल भारतीय किसान सभा और समाजवादी पार्टी की ओर से राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक से लेकर रामनिवास बाग तक जुलूस निकाला गया. इस दौरान वामपंथी संगठनों के पदाधिकारी हाथ में झंडे, नारे लिखे हुए बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए चल रहे थे. शहीद स्मारक पर हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को काले कानून बताया और कहा कि देश में जहां बेरोजगारी चरम पर है.
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वहीं, अब सरकार इन कानूनों के माध्यम से किसान को मजदूर बनाना चाहती है. इन कानूनों से किसानों का कोई भला होने वाला नहीं है. बल्कि यह कानून सीधे तौर पर बड़ी कंपनियों और औद्योगिक-व्यापारिक घरानों को फायदा पहुंचाने वाले हैं. इसलिए इन कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया गया है. वामपंथी संगठनों ने आज के भारत बंद को सफल बताया और कहा कि जयपुर के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित फैक्टरियों में काम बंद रखा गया है. शहीद स्मारक से जुलूस रवाना हुआ और वनस्थली मार्ग, सिंधी कैम्प, चांदपोल होते हुए रामनिवास बाग पहुंचा, जहां जुलूस का समापन किया गया.