जयपुर. राजस्थान में फिर राजनीतिक बवाल उठने के संकेत मिल रह रहे हैं. इस बार सचिन पायलट समर्थक विधायकों को छोड़कर पायलट के मीडिया मैनेजर के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
दरअसल, हॉर्स ट्रेडिंग मामले के दौरान फोन टैपिंग का जो हल्ला मचा था. उस दरमियान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट में आपसी मनमुटाव के दौरान जो खबरें दोनों तरफ से दी जा रही थीं. उस मामले में सचिन पायलट कैंप की तरफ से जैसलमेर के रिसॉर्ट में विधायकों के फोन टैपिंग के जो आरोप लगाए गए थे, उसे लेकर सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह और एक अन्य शरत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.
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वहीं, साउथ डीसीपी मनोज कुमार ने बताया कि फोन टैपिंग की भ्रामक खबरों को लेकर पहले कंट्रोल रूम में सूचना मिली थी. जिसके बाद जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के सायबर थानाधिकारी सुरेंद्र पंचोली ने विधायकपुरी थाने में ये एफआईआर दर्ज करवाई है. जिसकी जांच पुलिस निरीक्षक ओम प्रकाश मतवा कर रहे हैं.
बता दें कि 7 अगस्त की घटना को लेकर अब जाकर 6 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज होने से हर कोई हैरान है कि अब अचानक पुलिस ने पूरे प्रकरण में सक्रियता कैसे दिखाई है. इसलिए माना जा रहा है कि मामले में ऊपर से कार्रवाई का दबाव है. हालांकि, इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत के संवाददाता ने डीजीपी व जांच अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया.