जयपुर. प्रदेशवासियों को अब बुलेट प्रूफ ग्लास के लिए अन्य राज्यों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. राजधानी जयपुर में उत्तर भारत के सबसे बड़े लैमिनेटेड ग्लास प्लांट की शुरुआत हो गई है. पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने रामचंद्रपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में उत्तर भारत के सबसे बड़े लैमिनेटेड ग्लास प्लांट का शुभारंभ किया. इसमें बुलेट प्रूफ समेत कई तरह के लेमिनेटेड ग्लास तैयार होंगे.
बता दें, ग्लास कंपनी बीते 5 साल से टफन ग्लास और इंसुलेटेड ग्लास का मेक इन इंडिया के तहत उत्पादन कर रही है. इससे ग्राहकों की मांग और सरकार के ईसीबीसी नॉर्म्स के हिसाब से लैमिनेटेड सेफ्टी ग्लास का उत्पादन होगा. इस नई यूनिट में उच्च गुणवत्ता के यूरोपियन टेक्नोलॉजी के आधार पर लेमिनेशन लाइन का इंस्टॉलेशन किया गया है.
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अग्रवाल टफन ग्लास इंडिया के निदेशक राजेश अग्रवाल और मयूर अग्रवाल ने बताया कि प्लांट का फर्निश्ड इलेक्ट्रिक इफिशंट एनर्जी सेविंग मोड पर कन्वेशन सिस्टम पर कार्य करता है. अब जयपुर में ही सेफ्टी ग्लास जैसे पीवीबी लैमिनेटेड, सेंट्री प्लस लैमिनेटेड, कलर लैमिनेटेड, ट्रिपल लैमिनेटेड, क्रैकल ग्लास और बुलेट प्रूफ ग्लास तैयार किए जाएंगे.
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पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने बताया कि राजस्थान के औद्योगिक इतिहास में एक और अध्याय जुड़ गया है. शहर के रामचंद्रपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में उत्तर भारत का सबसे बड़ा लैमिनेटेड सेफ्टी ग्लास प्लांट शुरू हो गया है. यूरोपियन टेक्नोलॉजी पर आधारित प्लांट में बुलेट प्रूफ समेत कई तरह के ग्लास तैयार होंगे. इससे लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा.
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यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा साइज का ग्लास उत्पादन करने वाला पहला प्लांट है. इस प्लांट में 3000 एमएम से 6000 एमएम साइज तक का ग्लास तैयार हो सकता है. अब छोटे-छोटे टुकड़े लगाने से भी मुक्ति मिल जाएगी. सीआईआरटी और एआरएआई से उत्पाद की गुणवत्ता को प्रमाणित भी करवाया जाएगा.