जयपुर. छोटी काशी स्थित आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में फागोत्सव की धूम बुधवार को परवान चढ़ती दिखी. जहां नृत्य और गायन से ठाकुरजी को रिझाने के लिए कलाकारों में गजब का उत्साह था, तो श्रदालु बरसाना बनी छोटी काशी में फागुन का आनंद लेने के लिए उतावले नजर आए. जहां नंदगांव के ग्वालों पर राधा की सखियों ने जमकर प्रेम की लाठियां बरसाईं.
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मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में ठाकुर श्री राधा कृष्ण की स्वर्ण छवि के समक्ष मंदिर के विशाल सत्संग भवन में फाग उत्सव में बुधवार को कलाकारों की प्रस्तुतियों का दौर देर शाम तक चला. कार्यक्रम में बरसाना की लट्ठमार होली विशेष आकर्षण का केंद्र रही. अविनाश शर्मा के नेतृत्व में दो दर्जन कलाकारों ने लट्ठमार होली की सजीव प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रद्धालुओं का मनमोह लिया. लट्ठमार होली के अनुरूप फाल्गुनी भजनों की स्वर लहरियों ने मन में हिलोर पैदा कर दी.
वहीं मरू कोकिला के नाम से प्रसिद्ध राजस्थानी गायिका सीमा मिश्रा ने मधुर स्वरों में 'कानूडो रंग डाल गयो मैं के करूं' भजन से छाप छोड़ी. इसके बाद उन्होंने 'रंग बरसे गुलाबी नैना' से धमाल मचाई. इन दोनों रचनाओं पर आधारित कलाकारों ने नृत्य भी प्रस्तुत किया. साथ ही कुंज बिहारी जाजू ने ढूंढाड़ी भाषा में 'बाजे छे नोपत बाजा म्हारा डिग्गीपुरी का राजा' सुनाकर डिग्गी कल्याण जी की लक्की मेला पदयात्रा की याद दिला दी. इस मौके पर इस साल का गोविंद अवार्ड बीकानेर के समंदर खान मांगणियार को दिया गया.