जयपुर. राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आज मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि जनघोषणा पत्र में किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की पुख्ता व्यवस्था करने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार आज हनुमानगढ़ में धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की न्यायसंगत मांग करने वाले अन्नदाताओं पर निर्ममता पूर्वक लाठियां बरसाकर उनकी आवाज को कुचल रही है.
राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2021-22 के लिए धान का समर्थन मूल्य 1960 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया है. लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकारी खरीद शुरू करने को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.
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अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने के बाद अब केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इतिश्री कर रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने से अन्नदाता मंडियों में धान को औने-पौने दामों में बेचने को मजबूर हैं. उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. राज्य सरकार मध्यप्रदेश, पंजाब व हरियाणा की तर्ज पर अपने खुद के बजट में धान की खरीदारी करने की व्यवस्था क्यों नहीं करती ? सरकार किसानों को गुमराह करना बंद करे.
राठौड़ ने कहा कि आए दिन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार को कोसने वाली कांग्रेस सरकार की शह पर पुलिस द्वारा किसानों को लाठी भांजना, क्रूरता व अत्याचार की पराकाष्ठा है. गहलोत सरकार ने पहले कृषि कानूनों को लेकर किसानों को बरगलाने का काम किया और अब किसान जब न्यायसंगत मांगें उठा रहे हैं तो उनके साथ दमनकारी नीति अपना रही है.
क्या है पूरा मामला...
दरअसल, हनुमाहनुमानगढ़ में कलेक्ट्रेट पर धान खरीद को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी थी. जिसके बाद राजस्थान में इस घटना को लेकर जमकर राजनीति शुरू हो गई है. किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कड़े शब्दों में निंदा की थी.
बेनीवाल ने कहा था कि धान के समर्थन मूल्य पर खरीद और केंद्र के कृषि कानून के विरोध में लोकतांत्रिक रूप से अपनी मांग रख रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज सरकार की किसानों के प्रति मानसिकता को दर्शाता है. वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस मसले पर ट्वीट करके लिखा था कि प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार वादे के मुताबिक किसानों के कर्ज माफी और अन्य वादों को पूरा करने के बजाय हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले के किसानों पर अत्याचार कर रही है. उनकी पानी और धान खरीद की जायज मांग पर लाठियां बरसाना किसानों के प्रति न्याय नहीं है. सतीश पूनिया ने गहलोत के राज को जंगलराज करार दिया.
हनुमान बेनीवाल ने लिखा है मुख्यमंत्री को पत्र...
सोमवार को हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राजस्थान के विभिन्न जिलों में हुई बारिश से किसानों के खेत में खड़ी और कटी हुई फसलें बर्बाद होने की ओर ध्यान आकर्षित किया. साथ ही प्रदेश सरकार से किसानों को विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग भी की है. हनुमान बेनीवाल ने अपने पत्र में लिखा कि आज किसानों की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है, लेकिन अब तक किसानों को राहत देने के लिए प्रदेश सरकार ने कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की.