जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के आवास पर मंगलवार को जनसुनवाई हुई. जिसमें बड़ी तादाद में छात्र स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 की परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाकर पदों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर पहुंचे. छात्र पायलट के आवास पर ही धरने पर बैठ गए और जब तक अपनी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वहीं पर बैठने की बात करने लगे.
सैकड़ों की तादाद में आए छात्रों की मांग है कि स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में ऑनलाइन आवेदन की तिथि 23 सितंबर 2018 से बढ़ाकर 12 अक्टूबर 2019 तक लिए जाए. जिसमें नए आवेदन कर्ता जो बीएड द्वितीय वर्ष तथा एम ए द्वितीय वर्ष में है. उनकी संख्या भी 1 लाख 60 हजार है. उनके आवेदन भी इसमें लिए गए.
उनका कहना है कि परीक्षा को 3 जनवरी से 13 जनवरी 2020 तक आयोजित किया जाएगा. जिसके चलते इन छात्रों को तैयारी का पर्याप्त समय नहीं मिला है. वहीं इसमें एक प्रावधान किया गया है कि सेकंड ग्रेड परीक्षा देने की तिथि तक डिग्री पूर्ण होना अनिवार्य है. जिससे 1लाख 60 हजार अभ्यर्थी प्रतियोगिता से बाहर हो जाएंगे.
वहीं इन छात्रों की मांग है कि पदों की संख्या 5000 से बढ़ाकर 10000 की जाए और हाल ही में लागू किए गए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 10% अति पिछड़ा वर्ग को 5% और विशेष योग्यजन को 4% आरक्षण दिया जाए. जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण का फायदा मिल सके.
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कनिष्ठ विधि अधिकारी की भर्ती परीक्षा....
वहीं पायलट निवास पर आज कनिष्ठ विधि अधिकारी की भर्ती परीक्षा जो 26 और 27 दिसंबर को प्रस्तावित की गई है. उसकी भी तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की गई. जिसे लेकर बड़ी तादाद में वकील समुदाय भी पायलट से मिलने पहुंचा.
हालांकि इन सभी से मुलाकात करने के बाद उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि सभी की मांगे पूरी करना संभव नहीं होता है, लेकिन सरकार किसी के भी साथ संवाद हीनता नहीं चाहती है. ऐसे में जो स्टूडेंट आए हैं उनकी मांग पर वार्ता जरूर की जाएगी. बता दें कि अभी भी तमाम छात्र पायलट के निवास पर ही मौजूद हैं.