जयपुरः पिछली दफा जेडीए और किसानों के बीच मध्यस्थता करवाने वाले मुख्य सचेतक महेश जोशी को भी बुधवार को बैरंग लौटना पड़ा. 10 जनवरी को मुख्य सचेतक महेश जोशी जब नींदड़ पहुंचे थे, उस समय किसानों ने उनके आश्वासन पर जमीन समाधि सत्याग्रह स्थगित कर दिया था. लेकिन बुधवार को जब मुख्य सचेतक एक बार फिर सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर नींदड़ पहुंचे, तो उन्हें उल्टे पैर लौटना पड़ा.
यहां सत्याग्रह की अगुवाई कर रहे हैं डॉ नगेंद्र सिंह के साथ हुई वार्ता में जमीन समाधि सत्याग्रह खत्म करने को लेकर कोई समाधान नहीं निकला है और ना ही किसान जेडीए प्रशासन से वार्ता के लिए रजामंद हुए है. आखिर में किसानों ने महेश जोशी को राज्य स्तर पर मंत्रिमंडलीय समिति का गठन कर उनसे ही वार्ता करने की मांग रखी है. जिस पर महेश जोशी ने गुरुवार तक जवाब देने की बात कही है.
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वहीं नगेंद्र सिंह ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि किसान किसी भी कीमत पर जेडीए से वार्ता करने को तैयार नहीं है. साथ ही जब तक उनकी वार्ता सरकार की कमेटी से नहीं होती है और उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है. तब तक ये सत्याग्रह जारी रहेगा.
बता दें कि नींदड़ किसान आंदोलन को 59 दिन बीत चुके हैं और बुधवार को जमीन समाधि सत्याग्रह का पांचवा दिन रहा है. सत्याग्रह में 51 किसानों ने जमीन समाधि ले रखी है. जिसमें 16 महिलाएं भी शामिल हैं. वहीं समाधि स्थल पर समाधि संख्या बढ़ाने के लिए कुछ और गड्ढे भी खोदे जा रहे हैं.