जयपुर. राजधानी में आगरा रोड, टोंक रोड और अजमेर रोड को जोड़ने वाली रिंग रोड का बनाई जानी है, लेकिन इसके निर्माण कार्य में रुकावट कम होने का नाम नहीं ले रही. एक तरफ जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन पर आरओबी का काम रेलवे प्रशासन की डिमांड पर अटका हुआ है. वहीं दूसरी तरफ आगरा रोड पर बनने वाले क्लोवरलीफ का काम रिलायंस पेट्रोल पंप की जमीन का मुआवजा नहीं मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहा है.
दरअसल पंप के पास 3200 मीटर का पट्टा है, जो 2005 में जारी हुआ था, जबकि पट्टा जारी करते समय 10 मीटर जमीन रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हुई. लेकिन रिलायंस इस 10 मीटर जमीन का मुआवजा भी क्लेम कर रहा है. करीब 6 महीने बीत जाने के बाद भी जेडीए अब तक पेट्रोल पंप की जमीन को अवाप्त कर, एनएचएआई को नहीं सौंप पाया है. यही वजह है कि सरकार स्तर तक भी हुई वार्ता में अब तक इसका हल नहीं निकल पाया है. हालांकि जेडीए प्रशासन जल्द रास्ता साफ होने का दावा कर रहा है.
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इस संबंध में जेडीसी टी रविकांत ने बताया कि रिलायंस पेट्रोल पंप वाले पहले जमीन देने को सहमत हुए, लेकिन उनके मुख्य कार्यालय से कोई आर्डर जारी होने है. ऐसे में फिलहाल इंतजार किया जा रहा है. जमीन मिलते ही एनएचएआई इस पर कब्जा ले लेगा. हालांकि उन्होंने रिंग रोड पर बनने वाले तीन क्लोवर लीफ के लिए अलग-अलग टेंडर किये जाने का जिक्र जरूर किया. आगरा रोड पर क्लोवरलीफ के लिए जमीन मिलने के बाद भी इसके निर्माण में करीब 21 महीने का समय लगेगा. ऐसे में रिंग रोड की डेडलाइन लगातार बढ़ती जा रही है। और जेडीए प्रशासन जवाब आने का इंतजार कर रहा है.