नई दिल्ली/जयपुर. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात बदमाश संदीप उर्फ काला जठेड़ी को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही एक लेडी डॉन को भी गिरफ्तार किया गया है. इस लेडी डॉन का नाम अनुराधा उर्फ मैडम मिंज बताया गया है. यह राजस्थान के विभिन्न इलाकों में अपराध को ऑपरेट करती थी. पुलिस ने दोनों को स्पेशल सेल ने 14 दिन के रिमांड पर भेज दिया है.
काला जठेड़ी और अनुराधा दोनों 9 महीने से लिव-इन में रह रहे थे, काला जठेड़ी सिख बनकर बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और अलग-अलग राज्यों में रहा. स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा के अनुसार पुलिस टीम कई महीनों से संदीप उर्फ काला जठेड़ी की तलाश कर रही थी. संदीप के खिलाफ राजस्थान के अलावा दिल्ली, हरियाणा और यूपी में आपराधिक मामले दर्ज थे. स्पेशल सेल ने संदीप के खिलाफ मकोका का मामला भी दर्ज कर रखा था.
स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली थी कि संदीप सहारनपुर में मौजूद है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने वहां पर छापा मारा तो उसके साथ एक महिला भी पकड़ी गई. इस महिला की पहचान अनुराधा उर्फ मैडम मिंज के रूप में की गई.
जानना ज़रूरी है, क्यों काला जठेड़ी की गिरफ्तारी है बड़ी सफलता
डीसीपी मनीषी चंद्रा के अनुसार गिरफ्तार की गई महिला अनुराधा पहले कुख्यात बदमाश आनंदपाल सिंह की सहयोगी थी. आनंदपाल सिंह की एनकाउंटर में मौत हो गई थी. इसके बाद से अनुराधा काला जठेड़ी के संपर्क में आई और दोनों में दोस्ती हो गई. राजस्थान में लेडी डॉन अनुराधा के खिलाफ फिरौती, अपहरण, हत्या की साजिश आदि मुकदमे दर्ज हैं. राजस्थान पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा हुआ था. दिल्ली पुलिस ने अनुराधा की गिरफ्तारी की जानकारी राजस्थान पुलिस को दी है.
आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद मिला संदीप का साथ
अनुराधा कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल की गर्लफ्रेंड थी. कई मामलों में उसने आनंदपाल का साथ दिया था. आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ तो वो भी पुलिस के राडार पर आ गई. इसके बाद वो फरार हो गई और अपने ठिकाने बदलती रही. इस बीच उसकी मुलाकात लॉरेंस विश्नोई से हुई जिसने उसे काला जठेड़ी यानी संदीप से मिला दिया. संदीप के साथ अनुराधा लिव-इन में रहने लगी.
सीकर में जन्मी अनुराधा बन गई लेडी डॉन
अनुराधा चौधरी यानी लेडी डॉन को 2016 में नागौर की जिला अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई. उस पर 20 हजार का जुर्माना भी लगा. अनुराधा का जन्म सीकर जिले में हुआ था. वो गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के संपर्क में आई तो उसकी साथी बन गई. अपराध में उसने आनंदपाल का पूरा साथ दिया. अवैध हथियारों की हेराफेरी में अनुराधा ही सब कुछ डील करती थी. लेडी डॉन पर लूट, किडनैपिंग, रंगदारी समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं.
अनुराधा करने लगी गैंग को ऑपरेट
कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी पर 7 लाख रुपए का इनाम था. लॉरेंस इसके गैंग का मुखिया भी माना जाता है. लॉरेंस ने ही अनुराधा काे काला जठेड़ी से मिलाया था. जठेड़ी का अनुराधा पर इतना भरोसा बढ़ गया कि उसकी पूरी गैंग को वही ऑपरेट करती थी.
लॉरेंस विश्नोई गिरोह को पहले थाईलैंड से राजू बसौदी चला रहा था. हरियाणा एसटीएफ ने उसे वहां से डिपोर्ट कर गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले विश्नोई भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था. इसके बाद से विश्नोई गैंग को काला जठेड़ी ही ऑपरेट कर रहा था. काला के अलावा अनुराधा भी पूरी गैंग को ऑपरेट करने का काम करती थी.