जयपुर. प्रदेश में अब केवीएसएस (KVSS) और जीएसएस (GSS) के माध्यम से होने वाली खाद की बिक्री पीओएस मशीन से की जाएगी. सरकार की मंशा है कि इस तरह से बिक्री करने पर स्टॉक की सही मात्रा के बारे में ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध हो सकेगी. इससे केंद्र सरकार राज्य सरकार को अधिक मात्रा में खाद उपलब्ध करा सकेगी. सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत ने शुक्रवार को ये निर्देश दिए.
प्रमुख शासन सचिव सहकारिता भास्कर ए सावंत ने कहा कि खाद की बिक्री पीओएस मशीन (POS Machine) से होने पर स्टॉक की वास्तविक जानकारी राज्य एवं केंद्र सरकार को मिलती रहेगी. उन्होंने बताया कि जो खाद बेची जाएगी उसकी लेन-देन पीओएस मशीन पर दिखाया जाएगा. ऐसे में उर्वरक ऑनलाइन स्टॉक में केवीएसएस एवं जीएसएस के पास उपलब्ध दिखेगा.
ऐसे में उर्वरक विभाग राज्य को कम मात्रा में खाद आवंटित करता है जिससे विशेष रूप से डीएपी खाद की कमी होती है. राज्य में प्रति वर्ष 32 लाख टन उर्वरक की बिक्री होती है. इसमें से 10 लाख टन उर्वरक ग्राम सेवा सहकारी समिति एवं क्रय विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जाता है.
बता दें कि राज्य में 6700 से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियां एवं 260 से अधिक क्रय विक्रय सहकारी समितियां कार्य करती हैं. इनमें से 3600 ग्राम सेवा सहकारी समितियां एवं क्रय विक्रय सहकारी समितियां अपने सदस्य किसानों को डीएपी, यूरिया, एसएसपी, एनपीके एवं नाइट्रोफॉस खाद बिक्री करती हैं.