जयपुर. रीट पेपर लीक मामले में भाजपा भले ही सीबीआई जांच की मांग कर रही हो (Kirodi Lal Meena on Reet Paper Leak Case) लेकिन इस प्रकरण की जांच अब ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय करने जा रहा है. ईडी की राजस्थान ब्रांच ने रीट पेपर लीक मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. भाजपा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने उम्मीद जताई है कि ईडी अब जल्द ही इस मामले में लिप्त बड़े मगरमच्छ के ऊपर हाथ डालेगी.
इस मामले में पिछले दिनों 10 फरवरी को भाजपा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने ईडी के राजस्थान स्थित कार्यालय पहुंचकर शिकायत दी थी और ये आरोप भी लगाया था कि रीट पेपर लीक धांधली में करोड़ों रुपए का लेनदेन हुआ है. जिसके बाद अब ये मामला ईडी में दर्ज हो गया है. इस पूरे मामले में प्रवर्तन निदेशालय की एंट्री से आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासत में बवाल आ सकता है.
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सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले में सोमवार देर रात ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रदेश के 26 लाख (Kirodi Lal Meena tweet on Reet case) बेरोजगारों के सपनों के साथ खिलवाड़ करने वाली अशोक गहलोत सरकार से मैंने इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की थी. जिसे प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला माना है. अब विश्वास है कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही इसमें लिप्त बड़े मगरमच्छ ऊपर हाथ डालेगी.
बता दें, रीट पेपर लीक प्रकरण को लेकर रविवार को ईडी की राजस्थान शाखा ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (ED registered PMLA case in reet paper leak case) के तहत मामला दर्ज किया है. पूरे प्रकरण में अब तक सामने आ चुके तमाम आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही सभी आरोपियों को समन देकर पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया जाएगा. रीट पेपर लीक प्रकरण की जांच राजस्थान एसओजी द्वारा की जा रही है और ऐसे में इस पूरे प्रकरण से संबंधित फाइल को अब ईडी के अधिकारियों की ओर से मंगाया जाएगा.
फिलहाल, प्रकरण में राजस्थान एसओजी अब तक 40 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, राजस्थान एसओजी की ओर से अब तक इस प्रकरण में 1 करोड़ 22 लाख रुपए से अधिक की राशि को रिकवर किया जा चुका है. जिसके चलते ईडी ने अब प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.