जयपुर. ईआरसीपी पर चल रही सियासत में कांग्रेस के हमलावर रुख के बीच भाजपा भले ही पिछड़ती दिख रही हो, लेकिन बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा इसमें आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं. भाजपा पूर्वी राजस्थान में ईआरसीपी को लेकर सभा करने की प्लानिंग नहीं कर पाई, लेकिन किरोड़ी मीणा ने इसी मामले में 9 अगस्त को दौसा से जल क्रांति यात्रा के आगाज का एलान (Kirodi Lal Meena Jal Kranti Yatra) कर कांग्रेस के साथ भाजपा नेताओं की भी परेशानी बढ़ा दी है.
दरअसल, कांग्रेस की परेशानी इसलिए बढ़ेगी क्योंकि ईआरसीपी मामले में किरोड़ी (Kirodi on ERCP) बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं और इसी कार्यक्रम के जरिए किरोड़ी दौसा से जयपुर कूच और मुख्यमंत्री आवास घेराव का एलान भी करेंगे. भाजपा नेताओं की परेशानी इसलिए बढ़ रही है, क्योंकि यह कार्यक्रम मीणा अकेले अपने बलबूते पर कर रहे हैं. किरोड़ी पार्टी नेताओं को पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यह आयोजन बीजेपी के बैनर तले नहीं होगा. मतलब इसमें भाजपा के जिन नेताओं को शामिल होना है, वो भले ही हों लेकिन नेतृत्व पार्टी या बीजेपी के नेताओं का नहीं होगा. ऐसे में इस आयोजन का ताज किरोड़ी के सिर पर ही रहेगा, जिससे पार्टी में दूसरे बड़े नेताओं की परेशानी बढ़ना तय है.
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आदिवासी दिवस पर होगा आगाज, मकसद है सियासी : विश्व आदिवासी दिवस यानी 9 अगस्त को किरोड़ी लाल मीणा दौसा जिले नांगल प्यारिवास स्थित मीणा हाईकोर्ट परिसर में यह आयोजन करेंगे. जिसमें करीब 1 लाख आदिवासियों के जुटने का दावा किया जा रहा है. कार्यक्रम की थीम 'जलक्रांति यात्रा' रखी गई है जिसका मकसद पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में चल रही पेयजल समस्या को उठाना और उसके समाधान को लेकर एक नई क्रांति का आगाज करना है.
इसी कार्यक्रम के जरिए मीणा ईआरसीपी प्रोजेक्ट को लेकर चल रही सियासत पर अपना पक्ष भी रखेंगे. किरोड़ी मीणा इस कार्यक्रम के जरिए परियोजना से संबंधित जिलों के वंचित बांधों को जोड़ने और ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किए जाने के लिए 75 प्रतिशत जल निर्भरता पर नया प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने की मांग करेंगे. इसी कार्यक्रम के जरिए किरोड़ी पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की 75 विधानसभा के 75 हजार लोगों के साथ दौसा से जयपुर मुख्यमंत्री आवास के घेराव का भी एलान करेंगे.
गजेंद्र शेखवात से नहीं मिला था समय, इसलिए अब सामाजिक बैनर पर कार्यक्रम : ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना को लेकर चल रही सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के लिए किरोड़ी पहले 10 जुलाई को दौसा में एक बड़ी सभा करने जा रहे थे, जिसके लिए पूर्वी राजस्थान में मीणा ने आमजन को पीले चावल तक बांट दिए लेकिन सभा के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से समय नहीं मिल पाया. ऐसे में किरोड़ी नाराज हो गए थे.