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केरल टूरिज्म की टीम पहुंची जयपुर, केरल टूरिज्म में 16 प्रतिशत का हुआ इजाफा

केरल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए केरल पर्यटन विभाग टीम गुरुवार को जयपुर पहुंची. इस दौरान टीम ने केरल टूरिज्म के बारे में लोगों को जानकारी दी.

राजस्थान खबर,  Jaipur news
केरल टूरिज्म की टीम पहुंची जयपुर
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Published : Feb 20, 2020, 9:09 PM IST

जयपुर. केरल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए केरल पर्यटन विभाग द्वारा 10 शहरों में मार्केटिंग अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत केरल टूरिज्म की टीम गुरुवार को राजधानी जयपुर पहुंची. जहां पर उन्होंने केरल टूरिज्म के बारे में लोगों को रूबरू करवाया. उन्होंने कहा, कि केरल में जटायु अर्थ सेंटर है, जो पर्यटकों के बीच में आकर्षण का केंद्र है.

केरल टूरिज्म की टीम पहुंची जयपुर

इस जटायु की 200 फीट लंबी, 150 फीट चौड़ी और 70 फीट ऊंची प्रतिमा है और यह दुनिया में सबसे बड़ा फंक्शनल बर्ड स्कल्पचर है, जिसे देखने के लिए देश-दुनिया से लोग पहुंचते हैं.

उन्होंने बताया, कि त्रिस्सूर में 8 दिवसीय उथरालिकावुपुराम उत्सव मनाया जाता है. जिसमें 21 हाथियों को पारंपरिक पोशाक में सजाकर दिन और रात में चल समारोह किए जाते हैं, जो इसका मुख्य आकर्षण है.

पढ़ेंः गहलोत के बजट पिटारे से ऊर्जा विभाग के लिए निकली ये घोषणाएं...

समारोह में पंचवाधम और पांडिमेलम जैसे पारंपरिक संगीत समूह लय और ताल देते हैं. केरल टूरिस्ट इनफार्मेशन ऑफिसर सूरज ने बताया कि केरल में 2018 में एक करोड़ 13 लाख डोमेस्टिक टूरिस्ट मौजूद रहे. वहीं 2019 में एक करोड़ 32 लाख डोमेस्टिक टूरिस्ट थे. एक साल में 16 प्रतिशत डोमेस्टिक टूरिस्ट का इजाफा हुआ है. इसलिए केरल टूरिज्म डिपार्टमेंट 2020 में नए उत्सव लेकर आ रहा है, ताकि पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो सके.

जयपुर. केरल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए केरल पर्यटन विभाग द्वारा 10 शहरों में मार्केटिंग अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत केरल टूरिज्म की टीम गुरुवार को राजधानी जयपुर पहुंची. जहां पर उन्होंने केरल टूरिज्म के बारे में लोगों को रूबरू करवाया. उन्होंने कहा, कि केरल में जटायु अर्थ सेंटर है, जो पर्यटकों के बीच में आकर्षण का केंद्र है.

केरल टूरिज्म की टीम पहुंची जयपुर

इस जटायु की 200 फीट लंबी, 150 फीट चौड़ी और 70 फीट ऊंची प्रतिमा है और यह दुनिया में सबसे बड़ा फंक्शनल बर्ड स्कल्पचर है, जिसे देखने के लिए देश-दुनिया से लोग पहुंचते हैं.

उन्होंने बताया, कि त्रिस्सूर में 8 दिवसीय उथरालिकावुपुराम उत्सव मनाया जाता है. जिसमें 21 हाथियों को पारंपरिक पोशाक में सजाकर दिन और रात में चल समारोह किए जाते हैं, जो इसका मुख्य आकर्षण है.

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समारोह में पंचवाधम और पांडिमेलम जैसे पारंपरिक संगीत समूह लय और ताल देते हैं. केरल टूरिस्ट इनफार्मेशन ऑफिसर सूरज ने बताया कि केरल में 2018 में एक करोड़ 13 लाख डोमेस्टिक टूरिस्ट मौजूद रहे. वहीं 2019 में एक करोड़ 32 लाख डोमेस्टिक टूरिस्ट थे. एक साल में 16 प्रतिशत डोमेस्टिक टूरिस्ट का इजाफा हुआ है. इसलिए केरल टूरिज्म डिपार्टमेंट 2020 में नए उत्सव लेकर आ रहा है, ताकि पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो सके.

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