जयपुर. प्रदोष व्रत (Bhaum Pradosh Vrat 2021) त्रयोदशी (Triyodashi) को रखा जाता है. आज मंगलवार को ये है सो इसे भौम प्रदोष (Bhaum Pradosh 2021) भी कहते हैं. मान्यता है कि भौम प्रदोष का व्रत (Bhaum Pradosh Vrat 2021) करने से भगवान शिव के साथ ही हनुमानजी (Hanumanji) का भी आशीर्वाद मिलता है.
प्रदोष व्रत हर माह में दो बार आते हैं. एक कृष्ण पक्ष (Krishna Paksh) में और दूसरा शुक्ल पक्ष में. कार्तिक शुक्ल पक्ष त्रयोदशी (Kartik Pradosh Vrat 2021) मंगलवार 16 दिसंबर को मनाई जा रही है. इस दिन मंगलवार होने के कारण प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाता है.
आर्थिक तंगी होगी दूर
ज्योतिर्विद श्रीराम गुर्जर (Sriram Gurjar) के अनुसार, अगर कोई जातक आर्थिक तंगी से जूझ रहा है या फिर कर्ज में डूबा हुआ है तो उसे भौम प्रदोष व्रत रखकर भगवान की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इस दिन भगवान शिव और माता पावर्ती के साथ हनुमानजी की पूजा और उपाय करने से शुभ फल प्राप्त होता है.
नमक-मिर्च रहित भोजन करने से लाभ
ज्योतिर्विद श्रीराम गुर्जर के अनुसार, भौम प्रदोष का व्रत (Bhaum Pradosh Vrat 2021) रखने वाले व्यक्ति को इस दिन नमक, मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से जल्दी फायदा होता है. वे बताते हैं कि ग्रहों के सेनापति मंगलदेव को शास्त्रों में ऋणहर्ता देव माना गया है. इस दिन शाम के समय भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करने से जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलती है. इस दिन ज्यादा से ज्यादा भगवान महाकाल के मंत्र (Mahakal Mantra) का जाप करना चाहिए.
जानें शुभ मुहुर्त (Shubh Muhurat)
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष तिथि आरंभ- 16 नवंबर 2021 प्रातः 10 : 31 मिनट से
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष तिथि समाप्त- 17 नवंबर 2021 दोपहर 12 : 20 मिनट पर
पूजन शुभ मुहूर्त- शाम 6 : 55 मिनट से लेकर 8 : 57 मिनट तक