जयपुर. राजधानी के करणी विहार थाना इलाके में एग्रीकल्चर व्यापारी के परिवार को बंधक बनाकर डकैती की वारदात को अंजाम देने (Karni Vihar loot case) के मामले में जयपुर पुलिस फरार चल रहे 14 डकैतों की तलाश कर रही है. जयपुर पुलिस की टीम लगातार नेपाल बॉर्डर और विभिन्न राज्यों में दबिश की कार्रवाई कर जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है. डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर ने बताया कि प्रकरण में फरार चल रहे बदमाशों के पीछे लगातार पुलिस टीम लगी हुई है. बदमाश नेपाल भागने की फिराक में हो सकते हैं, जिसे देखते हुए नेपाल बॉर्डर के पास भी लगातार पुलिस की नाकाबंदी जारी है. वहीं संबंधित जिला पुलिस के साथ मिलकर भी बदमाशों की तलाश में विशेष सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
नेपाल में रची साजिश अब पुलिस खंगाल रही कुंडली: डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर ने बताया कि डकैती की पूरी वारदात नेपाल में रची गई. साथ ही गैंग का कौन सा सदस्य क्या भूमिका निभाएगा और कैसे कामों का बंटवारा किया जाएगा, इन तमाम चीजों की प्लानिंग भी नेपाल में ही की गई. गैंग के सदस्यों ने मार्च से ही डकैती की प्लानिंग शुरू की थी. अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने राजस्थान के अलावा अन्य किन-किन राज्यों में इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है, इसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है.
इसके साथ ही गैंग के जिन चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे भी लगातार पूछताछ की जा रही है. वहीं गैंग में शामिल (Search operation by Jaipur police for absconding dacoits) 5 महिला सदस्यों सहित फरार चल रहे 14 बदमाशों की तलाश लगातार जारी है. बदमाशों की तलाश में बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में दबिश दी जा रही है.
ये है मामला: एग्रीकल्चर व्यापारी मैथिलीशरण शर्मा ने अपने घर पर काम के लिए 4 नेपाली नौकरों को रखा हुआ था. जिसमें 2 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल थी. वारदात से कुछ दिनों पहले एक अन्य महिला भी उनके घर पर काम करने के लिए रखी गई थी. इस तरह से कुल 5 नेपाली नौकर व्यापारी के घर पर काम कर रहे थे. पूरी प्लानिंग के तहत नेपाली नौकरों के गिरोह ने 2 मई की रात अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर व्यापारी के पूरे परिवार को बंधक बनाया. इसके बाद परिवार के साथ मारपीट की गई और डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम दिया.
इसके बाद सभी पीड़ित व्यापारी की लग्जरी कार में सवार होकर, उस कार को 200 फीट बाईपास पर लावारिस स्थिति में छोड़ दो अन्य वाहनों में सवार होकर आगरा रोड की ओर फरार हो गए. इस घटना में पीड़ित के घर में पहले से काम करने वाला एक अन्य नेपाली नौकर भी शामिल था. गिरोह के सदस्य लगातार वीडियो कॉल के जरिए एक व्यक्ति से बात कर रहे थे जो उन्हें इंस्ट्रक्शन दे रहा था. फिलहाल गिरोह में शामिल 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.