जयपुर. श्री राजपूत करणी सेना ने शुक्रवार को कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में उन्हेंने पूर्व विधायक मनोज न्यांगली को जान का खतरा बताकर उनकी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है.
दरअसल, श्री राजपूत करणी सेना के जिला अध्यक्ष नारायण सिंह दिवराला के नेतृत्व में भारी संख्या में कार्यकर्ता जयपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां पर उन्हेंने जमकर नारेबाजी भी की. श्री राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ता अधिक संख्या में कलेक्ट्रेट तो पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मुख्य द्वार पर ही रोक दिया. उसके बाद पुलिस ने सिर्फ एक प्रतिनिधिमंडल को ही अंदर जाने की इजाजत दी.
नारायण सिंह दिवराला ने बताया कि, मनोज न्यांगली सादुलपुर से पूर्व विधायक रह चुके हैं. 2012 में भी उन पर हमला हो चुका है. जिसमें उनकी एक आंख चली गई थी. उस समय सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी थी. लेकिन अब उनकी सुरक्षा में कटौती कर दी गई है. कुछ दिनों पहले पुलिस ने हथियारों के साथ बदमाशों को पकड़ा था. उसमें एक बदमाश वहीं था जिसने पहले मनोज न्यांगली पर हमला किया था. ऐसे में फिर से मनोज न्यांगली पर हमला होने की संभावना है. ऐसे में श्री राजपूत करणी सेना राज्य सरकार से पूर्व विधायक मनोज न्यांगली को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने की मांग करती है. यदि राज्य सरकार ने इस मामले में कोई कारर्रवाई नहीं की तो प्रदेश भर में आंदोलन किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः अब मौके पर नहीं ऑफिस में बैठकर करनी होगी नाम हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी
बता दें कि, मनोज न्यांगली सार्दुलपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा से विधायक थे. 18 नवंबर, 2012 को सार्दुलपुर बसपा कार्यालय पर बदमाशों ने अंधाधुंध 23 राउंड गोलियां चलाई थीं. जिसमें पूर्व विधायक मनोज न्यांगली ने अपनी एक आंख हमेशा के लिए खो दी थी और तीन अन्य कार्यकर्ता भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसका मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है. इसके बाद विधायक को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी. लेकिन अब विधायक की वाई श्रेणी की सुरक्षा को एस श्रेणी में तब्दील कर दिया गया है.