जयपुर. इस्लामिक साल के पहले महीने में मनाया जाने वाला मोहर्रम का त्योहार रविवार को प्रदेश भर में मनाया जा रहा है. कोरोना को देखते हुए प्रदेश और राजधानी जयपुर में कोई बड़ा आयोजन नहीं हो रहा है. राजधानी जयपुर के रामगढ़ मोड़ स्थित कर्बला की दरगाह को भी सील कर दिया गया है. यहीं पर जुलूस निकालने के बाद ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक किया जाता है.
मोहर्रम को देखते हुए रामगढ़ मोड़ स्थित कर्बला की दरगाह में किसी भी जायरीन को अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. यहां पर आने वाले जायरीन समझदारी का परिचय देते हुए मुख्य सड़क से दुआ मांग कर वापस रवाना हो रहे हैं. कर्बला की दरगाह में प्रवेश करने वाले रास्ते पर भी पुलिस ने बैरिकेड लगाकर पूरी तरह से सील कर दिया है. वहीं, चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं.
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कर्बला के स्थानीय निवासी भी पुलिस का पूरा सहयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जो लोग यहां आ रहे हैं उन्हें पुलिस समझाइश कर घर वापस भेज रही है. बता दें कि कर्बला की दरगाह को इसलिए सील किया गया है, क्योंकि यहां पर राजधानी जयपुर में ताजियों का जुलूस निकलता था जो कर्बला में आकर ही समाप्त होता है. यहां ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक करने की रस्म पूरी की जाती है.
हालांकि, लाइसेंस ताजिए निर्माताओं ने पहले ही पुलिस को इस बात का भरोसा दिलाया था कि वह किसी भी तरह का कोई जुलूस नहीं निकालेंगे. उन्होंने कहा था कि सरकार की कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना करेंगे.
ब्रह्मपुरी थाने के थाना अधिकारी भरत सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार की गाइडलाइन है, उसका ख्याल रखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. जिससे कोई भी गाइडलाइन के खिलाफ जाने की कोशिश ना करें. कर्बला दरगाह के महासचिव गफ्फार खान ने बताया कि पुलिस व्यवस्था बहुत बेहतरीन है, किसी को भी यहां आने की इजाजत नहीं है और जो आ रहा है उसे प्यार मोहब्बत से समझा कर वापस भेजा जा रहा है.