जैसलमेर. प्रदेश में पिछले दिनों राज्यसभा की तीन सीटों के लिए हुए चुनाव के बाद से कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग लगातार जारी है. दरअसल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था. पूनिया ने कहा था कि राज्यसभा चुनाव के दौरान बाड़ेबंदी में निर्दलीय विधायकों को माइन्स और रीको में भूमि आवंटित कर उपकृत किया गया है, जिसकी उनके पास सूची भी है. उस सूची को वे जल्द ही सार्वजनिक करेंगे.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया के इसी बयान पर पलटवार करते हुए राजस्थान सरकार के ऊर्जा महकमे में कैबिनेट मंत्री और जैसलमेर जिले के प्रभारी मंत्री बी. डी. कल्ला ने जैसलमेर दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पूनिया के पास अगर कोई सबूत है तो उन्हें तत्काल सार्वजनिक करना चाहिए. कल्ला ने कहा कि भाजपा की नीति और नियति दोनों ही साफ नहीं है. इसीलिए उन्होंने दूसरा उम्मीदवार खड़ाकर हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश की.
यह भी पढ़ेंः गहलोत के बयान पर पूनिया का पलटवार, कहा- मुख्यमंत्री पैदाइशी सियासी हैं, मुझे उनकी अज्ञानता पर अफसोस
मंत्री कल्ला ने कहा कि अभी जांच चल रही है. ऐसे में ये सार्वजनिक नहीं करना चाहिए. लेकिन स्वयं उन्हें कई निर्दलीय विधायको ने आकर के कई बीजेपी के नेताओं के नाम लिए. मंत्री कल्ला ने कहा कि कांग्रेस में खरीद-फरोख्त की परंपरा नहीं है और सभी जानते हैं कि कांग्रेस के पास दो राज्यसभा सीट जीतने का गणित स्पष्ट था.
जबकि बीजेपी के पास केवल एक सीट जीतने का ही गणित था. लेकिन बीजेपी ने फिर भी अपना दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया और हॉर्स ट्रेडिंग के पूरे प्रयास किए. मंत्री कल्ला ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों और निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के प्रति विश्वास जाहिर करते हुए भाजपा के इन मंसूबों पर पानी फेर दिया.