जयपुर. राजस्थान मूल के जस्टिस मोहम्मद रफीक ने सोमवार को ओडिशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली. इससे पहले वे मेघालय हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे. भुवनेश्वर में राज भवन सभागार में आयोजित संक्षिप्त समारोह में राज्यपाल गणेशी लाल माथुर ने उन्हें पद की शपथ दिलाई. इस मौके पर जस्टिस रफीक के परिजन और निकटतम मित्र मौजूद रहे.
जस्टिस रफीक का जन्म चूरू के सुजानगढ़ कस्बे में 1960 में हुआ था. उन्होंने वी एस दवे का ऑफिस ज्वाइन करने के बाद वर्ष 1984 में राजस्थान विश्वविद्यालय से वकालत की डिग्री प्राप्त की थी. इसके बाद हाईकोर्ट में बतौर वकील काम करने के दौरान वह पहले से वकील थे जो भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकार में अतिरिक्त महाधिवक्ता पद पर रहे. 15 मई 2016 को मोहम्मद रफीक को राजस्थान हाईकोर्ट में बतौर अतिरिक्त जज नियुक्त किया गया. वहीं, 2 साल की सेवा पूरी करने के बाद वर्ष 2008 में उन्हें स्थाई जज नियुक्त किया गया.
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राजस्थान हाईकोर्ट में वरिष्ठ न्यायाधीश रहने के दौरान उन्हें अप्रैल 2019 और सितंबर 2019 में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी बनाया गया. राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीश के तौर पर काम करने के दौरान जस्टिस रफीक ने कई ऐतिहासिक फैसले दिए हैं, लेकिन उन्हें प्रदेश की जेलों में सुधारात्मक आदेश देने के लिए पहचाना जाता है.