जयपुर. मानदेय बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर राजस्थान में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के संविदाकर्मियों की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. जिसके कारण मनरेगा श्रमिकों को जून पखवाड़े का भुगतान समय पर नहीं होने का अंदेशा बना हुआ है. राजस्थान के करीब 1650 कनिष्ठ तकनीकी सहायक अपनी मांगों को लेकर पिछले 13 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे हैं. जिससे सरकार का पूरा काम, पूरा दाम अभियान, महानरेगा, पीएम आवास योजना सहित ग्रामीण विकास की लगभग सभी योजनाएं इस हड़ताल से ठप पड़ी हैं.
इसी कड़ी में राजधानी जयपुर में भी संविदाकर्मियों की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है. महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ तकनीकी शाखा के दिनेश मीणा ने बताया कि पंचायतराज में वर्ष 2012-13 के बाद से विभागीय अभियंताओं की पदोन्नति के लिए डीपीसी नहीं हुई थी. वर्ष 2020 में नए पद स्वीकृत हुए और उनकी डीपीसी हाेनी थी. इसके लिए 15 दिसंबर काे फाइल विभाग में गई लेकिन कुछ बिंदुओं पर आपत्ति बताते हुए पुन लाैटा दी गई.
कोरोना काल में JTO ने नियमित सेवाएं दी. लेकिन उनको फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल नहीं किया गया. 2 जून 2021 को ग्रामीण पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त आयुक्त द्वितीय बलदेव शर्मा से वार्ता हुई. जिसमें ये कहा गया कि आप हड़ताल को खत्म करें नहीं तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मीणा ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो हम परिवार सहित आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे.
वहीं इसी बीच ईजीएस के आयुक्त अभिषेक भगोरिया ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं. जिसमें कहा गया है कि 3 दिन के अंदर संविदाकर्मियों के काम पर नहींं लौटने उचित कार्रवाई की जाए और कार्रवाई की जानकारी संबंधित विभाग को भी भेजी जाए.