जयपुर. अलवर के थानागाजी गैंगरेप मामले पर बीजेपी कांग्रेस को घेरने में लगी हुई है. वहीं दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि दलितों के खिलाफ अत्याचार पर भाजपा मुंह खोलने लायक नहीं है. बीजेपी शाषित राज्य गुजरात में 4 दिन में 5 दलितों को घोड़ी पर बैठने नहीं दिया गया. लेकिन मुख्यमंत्री विजय रुपाणी बिल्कुल साइलेंट हैं, किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
मेवाणी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किस मुंह से दलितों की बात कर रहे हैं. ऊना घटना के बाद मोदी जी ने कहा था कि मारना है तो मुझे मारो मेरे दलित भाइयों को नहीं. अब कहां है मोदी जी, यह सब सिर्फ चुनाव के वक्त ही बोला जाता है. अभी कांग्रेस को घेरने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं. मेवाणी ने कहा कि 12 से ज्यादा दलित महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं हुई. राजस्थान रेपिस्तान बनता जा रहा है. दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं. अगर सरकार संवेदनशील है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
मेवाणी ने कहा कि एसपी ने थानागाजी मामले को नजरअंदाज किया. उसके खिलाफ एट्रोसिटी कानून के तहत एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसे तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए. मेवानी ने कहा कि सरकार को 7 दिन का समय दिया गया था जो 14 तारीख को पूरा हो रहा है. अगर सरकार ने एसपी को निलंबित और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की और साथ ही 12 से अधिक मामले इन दिनों में हुए हैं. उनमें एसआईटी टीम गठित कर जांच शुरू नहीं की गई, तो प्रदेश में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा. आपको बता दें कि 29 सूत्रीय मांगों को लेकर जिग्नेश मेवानी ने अन्य दलित संगठनों के साथ मिलकर डीजीपी से मुलाकात की थी.