जयपुर. रविवार को देशभर के 222 शहरों के एक हजार से ज्यादा परीक्षा केंद्रों पर जेईई एडवांस की परीक्षा आयोजित कराई गई. दो पारियों में होने वाली इस परीक्षा में लगभग 1 लाख 60 हजार छात्र एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड हुए. जिन्होंने देशभर की 23 आईआईटी की 11 हजार सीटों के लिए अपना भाग्य आजमाया. जयपुर में भी इस परीक्षा के लिए 16 केंद्र बनाए गए थे.
कोरोना के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर विशेष व्यवस्था की गई थी. साथ ही छात्रों को भी विशेष गाइडलाइन को फॉलो करना था. इस बार ये परीक्षा दिल्ली आईआईटी आयोजित करवा रहा है. इस बार कोरोना के संक्रमण को देखते हुए 98 फीसदी परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र उसी शहर में रखा गया, जो छात्र ने रजिस्ट्रेशन फॉर्म में पहली तीन चॉइस में भरा था.
इस बार परीक्षा में बैठने छात्रों के लिए भी विशेष दिशा निर्देश जारी किए गए थे. जैसे अभ्यर्थी को मास्क पहनना अनिवार्य था. जिन परीक्षार्थियों के पास मास्क था उन्हें परीक्षा केंद्र पर ही थ्री लेयर प्रोटक्शन मास्क उपलब्ध कराया गया. इसके अलावा परीक्षा केंद्र में एडमिट कार्ड, आईडी प्रूफ के साथ सिर्फ ट्रांसपेरेंट पानी की बोतल और सैनिटाइजर ले जाने की अनुमति थी. साथ ही छात्रों को खुद के कोरोना पॉजिटिव नहीं होने का सेल्फ डिक्लेरेशन भी देना था.
ये भी पढ़ेंः सस्ता सामान का झांसा देकर साइबर ठग बना रहे लोगों को निशाना...जागरूक करने में जुटी पुलिस
हालांकि, परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों के परिजनों की भी बड़ी संख्या में मौजूदगी देखने को मिली. जो दूसरे शहरों और गांवों से जयपुर में अपने-अपने बच्चों को परीक्षा दिलाने के लिए यहां पहुंचे थे. अभिभावकों ने बताया कि प्रशासन ने कोरोना के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर बेहतर बंदोबस्त किए हैं. साथ ही बच्चे भी दिशा निर्देश का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं. यदि इस साल ये परीक्षा नहीं होती तो बच्चों का पूरा 1 साल खराब हो जाता.
बता दें कि सुबह 9 बजे होने वाले पेपर के लिए छात्रों को 7 बजे से परीक्षा केंद्रों में एंट्री देना शुरू कर दिया गया था. जबकि, दोपहर ढाई बजे के पेपर में 1 बजे से प्रवेश दिया जाने लगा था. साथ ही दोनों पेपर के बीच परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज भी किया गया.