जयपुर. जेडीए ने बुधवार को 5 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया. जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने जोन 13 में ग्राम लक्ष्मीनारायणपुरा आमेर तहसील में 5 बीघा कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया है. इसके साथ ही नटाटा गांव में जेडीए स्वामित्व की करीब 5 बीघा सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया है.
जेडीए के मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी के मुताबिक जोन 13 के क्षेत्र आमेर के लक्ष्मीनारायण पुरा गांव में करीब 5 बीघा कृषि भूमि पर बिना भू रूपांतरण कराए श्याम विहार के नाम से अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास किया जा रहा था. जेडीए की बिना अनुमति और बिना स्वीकृति के ही ग्रेवल सड़क के बाउंड्रीवाल और अन्य अवैध निर्माण कर लिए गए थे, जिन्हें जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीन और मजदूरों की सहायता से ध्वस्त कर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास विफल किया है.
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कृषि भूमि का गैर कृषि उपयोग करने पर अवैध कॉलोनी विकसित किए जाने के कारण संबंधित निजी खातेदार के खिलाफ धारा 175 राजस्थान काश्तकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए खातेदारी सरकार के नाम करने के संबंध में विधि सम्मत कार्रवाई के लिए जोन उपायुक्त को लिखा गया है. संबंधित व्यक्ति से जेडीए के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का नियमानुसार खर्चा वसूली और अवैध कॉलोनी बसाने वाली सोसाइटीओं के खिलाफ रजिस्ट्रार सहकारिता विभाग को कार्रवाई करने के लिए लिखा जाएगा ताकि अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयासों को रोका जा सके.
जोन 13 के क्षेत्र अधिकार जमवारामगढ़ तहसील के नटाटा गांव में जेडीए स्वामित्व की करीब 5 बीघा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से बाउंड्रीवाल और सीमेंट के पिल्लर लगाकर तारबंदी करके अवैध निर्माण कर लिए गए थे, जिसे प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीन और मजदूरों की सहायता से ध्वस्त कर जेडीए स्वामित्व की सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया है.
बंदरों के हमले से घबराकर बच्चों ने छत से लगाई छलांग, पैर फैक्चर
राजधानी जयपुर शहर में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. आए दिन बंदर लोगों पर हमले कर रहे हैं. बंदरों को पकड़ने में नगर निगम प्रशासन भी फेल होता नजर आ रहा है. लोगों की शिकायतों के बावजूद भी कोई ठोस इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं. इसी का नतीजा है कि आए दिन इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. जयपुर के सोडाला इलाके में बंदरों के हमले से घबराकर बच्चों ने छत से छलांग लगा दी, जिससे दोनों बच्चों के पैर फैक्चर हो गए.
अजमेर रोड स्थित सोडाला इलाके के एक मकान में बुधवार को अचानक बंदरों की टोली छत पर आ गई और बच्चों पर हमला करने लग गई. छत पर बैठे बच्चों पर हमला होने से बच्चे घबरा कर छत से कूद गए, जिसमें बच्चों के पैर फैक्चर हो गए. दोनों बच्चों को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर इलाज जारी है.
हादसे के बाद लोगों ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया है. स्थानीय लोगों की मानें तो घटना के बाद जब नगर निगम हेरिटेज के अधिकारियों को फोन किए तो उनके फोन भी बंद बताए गएय लोगों का कहना है कि पिछले 1 महीने से लगातार निगम प्रशासन को शिकायत दी जा रही है, लेकिन कोई समाधान नहीं किया जा रहा है.