जयपुर. राजधानी में नियमों को ताक पर रखकर भू माफिया इकोलॉजिकल जोन में अवैध कॉलोनियां बना रहे हैं. जिसका न तो जेडीए से पट्टा मिल पाता है और न ही यहां सुविधाएं विकसित हो पाती है. जिसका खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ता है, जो सस्ते के फेर में बिना जांच पड़ताल करें यहां भूखंड या घर खरीद लेते हैं. हालांकि अब जेडीए प्रशासन ऐसी अवैध कॉलोनियों पर सख्ती से कार्रवाई कर रहा है.
जेडीसी गौरव गोयल ने कहा कि इकोलॉजिकल जोन में कहीं भी अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माण को रोकने के लिए जेडीए की प्रवर्तन शाखा नियमित रूप से काम कर रही है. बीते सप्ताह भी चार बड़ी कार्रवाई आगरा रोड और दिल्ली रोड पर इकोलॉजिकल जोन में की गई. जोन के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए. अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर सख्ती से कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण हो ही न इसके लिए हर जोन में अलग-अलग ईओ लगाया गया है. इन्हें रविवार के दिन भी गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं.
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बता दें कि इकोलॉजिकल जोन के अलावा कृषि भूमि का भी जेडीए से भू रूपांतरण कराना होता है. जो राजस्थान भू राजस्व अधिनियम की धारा 90 ए के तहत होता है. इसके बाद टाउनशिप लेआउट प्लान पास करवाने के बाद इसे बेचने का अधिकार मिलता है. हालांकि अभी शहर के बाहरी इलाकों में बिना भू रूपांतरण कराएं कॉलोनियां काटी जा रही हैं. जिसकी वजह से जेडीए को भी राजस्व की हानि हो रही है.