जयपुर: कोरोना संकट काल में लगे लॉकडाउन में सभी स्कूल बंद हो गए. ऐसे में बच्चों ने मोबाइल और टेलीविजन का ज्यादा रुख किया. लेकिन गुलाबी नगरी के 7 वर्षीय बालक जयादित्य गौतम ने इसी समय का सदुपयोग करते हुए पेपर क्विलिंग के जरिए पोर्ट्रेट बनाने की कला सीखी. देखते ही देखते सबसे पहला पोर्ट्रेट उसने सरदार वल्लभभाई पटेल का बनाया. शहर के एक निजी स्कूल में कक्षा 2 में पढ़ने वाले जयादित्य की ये कला देख कर कोई हैरान है. हो भी क्यों ना, एक बच्चे ने अपने अद्भुत कौशल और दृढ़ता का परिचय जो दिया है.
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का ये पोर्ट्रेट बनाने में जयादित्य गौतम को करीब 2 महीने का समय लगा. जिसमें सबसे पहले 0.5×30 सेंटीमीटर के करीब 1600 पेपर स्ट्रिप्स बनाएं गए. फिर उनको पेपर क्विलिंग तकनीक द्वारा गोलकर चिपकाया गया. इसमें अलग-अलग रंग के पेपर स्ट्रिप्स लिए गए, ताकि चेहरे के हिसाब से उसे मूर्तरूप दिया जा सके. अथक प्रयास और लगन के चलते आखिरकार जयादित्य ने 44×28 इंच सरदार वल्लभभाई पटेल का ये पोर्ट्रेट बनाकर एक कीर्तिमान स्थापित किया.
जयादित्य को बहन से मिली प्रेरणा
एक नन्हें बालक के लिए ये पोर्ट्रेट बनाना कोई आसान काम नहीं था. इसमें उसे अपने परिजनों का भरपूर सहयोग मिला. साथ ही अपनी मां-दादी और बहन से प्रेरित होकर जयादित्य ने ये कमाल कर दिखाया. इतनी छोटी उम्र में एक मंझे हुए आर्टिस्ट्स की तरह पोर्ट्रेट बनाकर उसने हर किसी को दांतो तले अंगुली चबाने पर मजबूर कर दिया.
ETV भारत से खास बातचीत में जयादित्य गौतम ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल हमारे आयरन मैन ऑफ इंडिया है. ऐसे में उनकी याद में उनको समर्पित ये पोर्ट्रेट बनाया है.
सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती
जयादित्य की मां डॉ. अनिता गौतम ने अपने बेटे पर गर्व करते हुए कहा कि जब अपने बच्चों को ऐसा करते हुए देख रही हूं, तो बहुत खुशी महसूस होती है. क्योंकि लॉकडाउन में बहुत मुश्किल वक्त था, जब बच्चे बाहर नहीं निकल जा पाए और घरों में कैद रहे. ऐसे में कई ना कई क्रिएटिविटी एक जरिया थी कि बच्चों को स्मार्टफोन या टीवी से थोड़ा दूर रख सके. यही वजह है कि आज जयादित्य ने ये अविश्वसनीय पोर्ट्रेट बनाया है. उन्होंने कहा कि, सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती पर ये पोर्ट्रेट उनको समर्पित है.
जयादित्य की बहन बना चुकी हैं रिकॉर्ड
जयादित्य की बहन सानवी गौतम भी इससे पहले पोर्ट्रेट बनाकर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं और अब छोटा भाई भी अपनी बहन के पदचिन्हों पर चला रहा है. सानवी कहती हैं कि सरदार पटेल भारतीय गणराज्य के संस्थापक थे. जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रिम भूमिका निभाई और एकीकृत स्वतंत्र राष्ट्र में मार्गदर्शन किया.
भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल ने 565 रियासतों को अपनी दूरदर्शिता, चतुराई, सूझबूझ, अद्भुत कूटनीतिक कौशल और नीतिगत दृढ़ता से एक राष्ट्र में विलय किया. उनका पोर्ट्रेट बनाकर जयादित्य ने अपनी छुपी हुई कला को निखारा है.
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लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का ये अनोखा 44×28 इंच का पोर्ट्रेट देखकर हर कोई जयादित्य गौतम की सराहना कर रहा है. जयादित्य के इस अनोखे पोर्ट्रेट को लेकर उसके परिजनों ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए अटेंप्ट किया है.
बता दें कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती है. अखंड भारत के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म गुजरात के करमसद में हुआ था. इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि भारत की स्वतंत्रता के बाद 562 रियासतों को एकजुट करके के लिए एक अविभाज्य भारतीय संघ बनाने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है.