जयपुर. जयपुर स्मार्ट सिटी के अधिकांश प्रोजेक्ट्स कछुए की गति से चल रहे हैं. 25 जून 2016 को जयपुर में 2400 करोड़ का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया था. लेकिन, साढ़े 4 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अब तक सिर्फ 22 फीसदी काम ही हो पाया है. हालांकि, 2021 की शुरुआत में ही स्मार्ट सिटी के नये-पुराने प्रोजेक्ट्स को गति देने की कवायद शुरू की गई है. इस साल करीब 250 करोड़ के काम पूरे करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. देखें ये खास रिपोर्ट...
जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अपने नये-पुराने प्रोजेक्ट्स को गति देने में जुट गया है. हाल ही में हुई बोर्ड मीटिंग में कई अहम फैसले भी लिए गए हैं. अब इन प्रोजेक्ट्स को धरातल पर उतारने की कवायद की जा रही है. खास करके परकोटा क्षेत्र के लंबित प्रोजेक्ट्स को निपटाने के निर्देश भी दिए गए हैं. अब तक 97.40 करोड़ के कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि 424.03 करोड़ के वर्क आर्डर जारी हो चुके हैं. इस साल करीब 250 करोड़ के काम पूरे करने का लक्ष्य है.
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जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स...
- पौन्ड्रिक पार्क पार्किंग और कम्युनिटी हॉल- 16.83 करोड़
- फसाड़ वर्क इन हेरिटेज वॉक वे एरिया- 2.41 करोड़
- बाजारों के बरामदे का जीर्णोद्धार- 12 करोड़
- चांदपोल अनाज मंडी- 14.84 करोड़
- दरबार स्कूल- 10.36 करोड़
- सांगानेरी गेट न्यू गेट सुभाष चौक सौंदर्यीकरण- 1.20 करोड़
- चौगान स्टेडियम इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट फेस वन- 21.37 करोड़
इन प्रोजेक्ट्स पर चल रहा काम...
इसके अलावा लक्ष्मी नारायणपुरी में आयुर्वेद अस्पताल का टेंडर कर वर्क आर्डर भी दिया जा चुका है. यहां नई बिल्डिंग बनाकर अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. गणगौरी अस्पताल का डीपीआर तैयार किया जा चुका है. हालांकि, सक्षम स्तर पर स्वीकृति मिलनी बाकी है. कंवर नगर का डिग्री कॉलेज सीएम की बजट घोषणा में शामिल है. इस संबंध में स्मार्ट सिटी बोर्ड ने भी मंजूरी दे दी है. स्मार्ट सिटी सीईओ लोक बंधु ने बताया कि जंक्शन का इंप्रूवमेंट, बाजारों में रेलिंग और डिवाइडर को ठीक करने, फुटपाथ का सौंदर्यीकरण, सामुदायिक भवनों का रिनोवेशन जैसे कार्यों को स्वीकृति दी गई है. जल्द ही डीपीआर तैयार कर टेंडर जारी किए जाएंगे.
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कुछ प्रोजेक्ट से संतुष्ट नहीं शहरवासी...
स्मार्ट सिटी के कुछ प्रोजेक्ट से शहरवासी संतुष्ट नहीं है. फिर चाहे किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में आने वाले दरबार स्कूल को स्मार्ट बनाने का काम हो, या पौन्ड्रिक उद्यान में कम्युनिटी हॉल और पार्किंग एरिया विकसित करने का. क्षेत्रीय लोगों की माने तो स्मार्ट सिटी राज्य सरकार के इशारे पर गलत काम कर रही है. परकोटे का एकमात्र पौन्ड्रिक उद्यान में पार्किंग एरिया और कम्युनिटी हॉल विकसित करना फिजूल है. एक तरफ सरकार ग्रीन-क्लीन सिटी और विरासत को संजोने की बात करती है. वहीं, दूसरी तरफ इससे छेड़छाड़ किया जा रहा है
ये प्रोजेक्ट 31 मार्च 2021 तक हो जाएंगे तैयार...
- जयपुरिया अस्पताल- 12.41 करोड़
- विधानसभा डिजिटल म्यूजियम- 13.48 करोड़
- स्मार्ट रोड सिविल वर्क- 145.96 करोड़
- स्मार्ट रोड आईसीटी वर्क- 46.64 करोड़
बहरहाल, स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सामने लक्ष्य बहुत बड़ा है और रफ्तार धीमी है. ऐसे में 2021 में भले ही स्मार्ट सिटी 250 करोड़ रुपए के काम कराने का दावा कर रही है. लेकिन, इनमें से धरातल पर कितने पूरे हो पाएंगे, ये देखने वाली बात होगी.