जयपुर. उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप और पीड़ित की हत्या को लेकर पूरे देश में रोष देखने को मिल रहा है. पूरे देश में इस घटना को लेकर लोगों की ओर से विरोध जताया जा रहा है. इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण में पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए 4 आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग भी पूरे देश से उठ रही है. राजधानी जयपुर के मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने भी एक मूर्ति के जरिए गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले चारों दरिंदों को फांसी की सजा देने की मांग भारत सरकार से की है.
मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने बताया कि जब दिल्ली में निर्भया गैंगरेप प्रकरण घटित हुआ था तो उस दौरान उनका मन स्तब्ध रह गया और उन्होंने एक मूर्ति के जरिए गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले दरिंदों को फांसी की सजा देने की मांग सरकार से की. प्रजापति का कहना है कि जब उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक 19 वर्षीय दलित युवती के साथ गैंगरेप पर उसकी हत्या करने के प्रकरण की जानकारी उन्हें मिली तो उनका मन काफी दुखी हुआ. जिस पर नवरत्न प्रजापति ने एक बार फिर से एक मूर्ति के माध्यम से दरिंदगी की वारदात को अंजाम देने वाले चारों दरिंदों को फांसी देने की मांग भारत सरकार से की है.
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सख्त कानून बने और मिले तुरंत सजा
मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि भारत में दरिंदगी के प्रकरण काफी बढ़ रहे हैं. ना जाने कितनी निर्भया अब तक दरिंदों की दरिंदगी का शिकार हो चुकी हैं. ऐसे में सरकार को इस ओर महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सख्त कानून बनाना चाहिए और दरिंदगी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को तुरंत फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
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नवरत्न प्रजापति ने कहा कि सरकार को ऐसा सख्त कानून बनाना चाहिए कि कोई भी इस तरह का घिनौना कृत्य करने से पहले ही सजा के बारे में सोच कर कांप जाए. सरकार की ओर से सख्त कानून बनाने के बाद ही इस तरह की वारदातों पर लगाम लग पाएगी और देश में बच्चियां और महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकेंगी.
मूर्ति के जरिए की दरिंदों को फांसी देने की मांग
मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने हाथरस गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले चारों दरिंदों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग करते हुए एक मूर्ति में दरिंदों के हाथ में कैद निर्भया को प्रदर्शित किया है. इसके साथ ही हथेली की चारों उंगलियों पर गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले दरिंदों के प्रतीकात्मक चित्र उकेरे गए हैं और उन्हें फांसी के फंदे पर लटकता हुआ दिखाया गया है. नवरत्न प्रजापति ने कहा कि जब तक लोगों के इस गंदे विचार और गंदी सोच को फांसी नहीं दी जाती और कोई सख्त कानून नहीं बनाया जाता, तब तक इस तरह की वारदातों को रोक पाना काफी मुश्किल है.