जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी में शिक्षकों को 14 साल बाद नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है, क्योंकि यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ (रूटा) के 4 दिसंबर को चुनाव होंगे. इसके लिए यूनिवर्सिटी में करीब 500 से ज्यादा वोटर हैं. बता दें कि रूटा के चुनाव 2004 में हुए थे, जिसके बाद यह मामला कोर्ट में चला गया था. रूटा के चुनावों पर सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में फैसला सुनाते हुए कहा कि वे अपने चुनाव करवा सकते हैं.
जिसके बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी ने जनवरी में प्रो विजय वीर सिंह को चुनाव अधिकारी बनाया था. लेकिन कुछ शिक्षकों के विरोध जताने पर प्रो. सिंह ने चुनाव अधिकारी बनने से मना कर दिया. लेकिन अब प्रो जेपी यादव को चुनाव अधिकारी बनाया गया है. जिन्होंने रूटा के चुनावों की अधिसूचना भी जारी कर दी है.
इस द्विवार्षिक चुनावों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव के अलावा दो संयुक्त सचिव और 10 कार्यकारिणी सदस्य चुने जाएंगे. 16 नवंबर को मतदाता सूचियों का प्रकाशन होगा, 25 नवंबर को उम्मीदवार नामांकन भरेंगे, 27 नवंबर को अंतिम सूची का प्रकाशन होगा, 4 दिसंबर को मतदान और मतगणना होगी.
रूटा के कार्यकर्ता विनोद शर्मा ने बताया कि 14 साल बाद चुनाव होने जा रहे है. चुनावों पर रोक लगने के बाद से ही साल 2004 के पदाधिकारियों ने संघ को चलाया जा रहा था, अब चुनाव के बाद शिक्षकों की समस्या सुनने के लिए एक अच्छा नेतृत्व मिलेगा और सभी शिक्षक चुनाव को पारदर्शिता और स्वच्छ बनाए रखेंगे इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा.